रूस का आरोप- अमेरिका ISIS आतंकवादियों को भागने में कर रहा है मदद
रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक पोस्ट किया है, जिसे अमेरिका द्वारा इस्लामिक स्टेट (आईएस) को सहायता पहुंचाने के तौर पर ‘निरुत्तर कर देने वाला सबूत’ नाम दिया है। लेकिन उनमें से एक तस्वीर वास्तव में एक वीडियो गेम से ली गई है। बीबीसी की रपट के मुताबिक, मंत्रालय ने मंगलवार को दावा किया कि तस्वीर में अमेरिकी सुरक्षा बल समर्थित आईएस के एक काफिले को पिछले हफ्ते एक सीरियाई शहर को छोड़कर जाते दिखाया गया है। इसके एक स्मार्टफोन गेम ‘एसी-130 गनशिप सिम्युलेटर: स्पेशल ओपीएस स्क्वाड्रन’ से आने पर मंत्रालय ने कहा कि एक कर्मचारी ने गलती से फोटो संलग्न कर दी।
कॉन्फ्लिक्ट इंटेलिजेंस टीम के तथ्य की जांच कर रहे समूह ने कहा है कि अन्य चार उपलब्ध तस्वीरें भी गलत हैं, जो जून 2016 के एक वीडियो से ली गई हैं, जिसमें इराकी वायुसेना को इराक में आईएस पर हमला करते दिखाया गया है। हालांकि, तस्वीर के कोने में डेवलपर की ओर से स्पष्टीकरण लिखा देखा जा सकता है कि, “फूटेज डेवलप हो रहा है। यह काम प्रगति में हैं। मौजूद कंटेंट में बदलाव होना है।” इसके कुछ समय बाद मंत्रालय ने अलग तस्वीरों के साथ एक नया बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि यह उनके दावों की पुष्टि करती है।
इसमें फिर दावा किया गया है कि यह पुख्ता सबूत है कि अमेरिका वास्तव में मध्य पूर्व में अपना हित साधने के लिए आईएस लड़ाकों की मदद कर रहा है। रूस ने आरोप लगाया है कि अमेरिका आईएस आतंकवादियों को भागने में मदद कर कथित इस्लामिक स्टेट की मदद कर रहा है। एक फेसबुक पोस्ट में मंत्रालय ने कहा है कि इसने सीरियाई सेना के साथ पिछले हफ्ते अबु कमाल शहर को मुक्त कराया। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन ने भाग रहे आईएस काफिले को नेस्तनाबूद करने में सहयोग करने के अनुरोध को ठुकरा दिया। रूस ने यह भी आरोप लगाया है कि अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना रूस के हमला संभावित क्षेत्रों में हस्तक्षेप कर हवाई हमले संचालित कर रही है।