कोलकाता: 2000 के नकली नोटों में 9.1 लाख रुपए! एनआईए ने 4 को किया गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कहा कि उसने कोलकाता से चार लोगों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से 9.1 लाख रुपए मूल्य के नकली नोट बरामद किए हैं। एनआईए ने एक बयान में कहा कि एजेंसी ने सभी चारों लोगों को कोलकाता में हावड़ा रेलवे स्टेशन के पास के इलाके से मंगलवार की रात को गिरफ्तार किया। आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी ने कहा कि उसे इसके संदर्भ में मंगलवार को सूचना मिली कि कुछ व्यक्तियों के पास नकली भारतीय मुद्रा (एफआईसीएन) है और इसे भारतीय मुद्रा व्यवस्था में शामिल कराने के इरादे से इसे कुछ लोगों को सौंपने वाले हैं।
एजेंसी ने कहा, “एनआईए अधिकारियों की एक टीम को तुरंत इस अभियान को पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया। देर रात में टीम ने एफआईसीएन को जब्त किया, जिसकी कीमत 9.1 लाख रुपये थी। यह राशि 2,000 रुपये मूल्य के नोट में थीं।” गिरफ्तार लोगों की पहचान बरकत अंसारी, उत्पल चौधरी, फिजूल मियां व रबजुल मिया के तौर पर हुई है। सभी पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के निवासी है। इनके खिलाफ जाली नोटों व आपराधिक साजिश के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही असम के गुवाहाटी से छह लाख रुपए के 2000 के नकली नोट बरामद हुए थे। मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी। उसमें 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करके 500 के नए नोट और 2000 के नोट लाए गए थे। मोदी ने खुद मीडिया के सामने आकर इस बात का ऐलान किया था। मोदी ने कहा था कि नए नोट आने से नकली करेंसी का चलन बंद होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि इससे आतंक की कमर टूट जाएगी। हालांकि, हाल में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जिनसे पता लगता है कि ऐसा कुछ हुआ नहीं।