गुजरात चुनाव: सेक्स सीडी के बाद कम्युनल वीडियो, अजान के बीच भागती लड़की ले रही मोदी का नाम
गुजरात में विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूचियां सामने आते ही सोशल मीडिया पर प्रचार-दुष्प्रचार शुरू हो गया है। भाजपा व कांग्रेस, दोनों अगले महीने होने वाले चुनाव में किसी भी कीमत पर जीत चाहती है। पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की सेक्स सीडी उनके ही एक पुराने सहयोगी ने जारी की। एक दिन बाद पटेल की दूसरी सीडी भी जारी हुई। अब सांप्रदायिकता को तकनीक के जरिए हवा दी जा रही है। सोशल मीडिया पर एक नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक युवा लड़की को सड़क पर डर-डर कर चलते हुए दिखाया गया है जबकि बैकग्राउंड में अज़ान जैसी आवाज गूंजती रहती है। इस वीडियो की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली। ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क (HRLN) में मानव अधिकारों के वकील गोविंद परमार ने चुनाव आयोग व गुजरात पुलिस को पत्र लिखकर इस वीडियो क्लिप का प्रसार रोकने को कहा है। परमार का कहना है कि इस क्लिप का इस्तेमाल राज्य में वोटों के धुव्रीकरण और मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए हो सकता है।
गुजराती भाषा में बनाए गए 1.15 मिनट के इस वीडियो की शुरुआत में लाइन है, ‘गुजरात में शाम 7 बजे के बाद ये हो सकता है’। वीडियो में एक घबराई लड़की जल्दी-जल्दी में जाते दिखती है। बैकग्राउंड में अज़ान जैसा कुछ चलता रहता है। उसके मां-बाप घर पर बेचैनी से उसका इंतजार कर रहे हैं। घर में भगवान कृष्ण की फोटो टंगी है। जब लड़की घर पहुंचती है तो वह डोर बेल बजाती है। उसकी मां दरवाजा खोलती है और उसे गले लगा लेती है, बाप राहत भरी सांस लेते हुए बेटी के माथे पर हाथ फेरता है।
इसके बाद लड़की की मां कैमरा की तरफ घूमकर कहती है, ”एक मिनट, आप लोग गुजरात में ऐसा होता देखकर हैरान क्यों हो?” इसके बाद लड़की का पिता कहता है, ”22 साल पहले, ऐसा हुआ करता था। और ऐसा फिर हो सकता है अगर वो लोग आए तो।” फिर लड़की बोलती है, ”परेशान मत हो। कोई नहीं आएगा। क्योंकि यहां मोदी है।” वीडियो क्लिप का अंत भगवा रंग में, गुजराती में लिखी एक पंक्ति से होता है, जिसका मतलब है, ”अपना वोट, अपनी सुरक्षा”।
वकील परमार का कहना है, ”यह साफ है कि वीडियो का मकसद बहुसंख्यकों में मुस्लिमों के प्रति डर फैलाना है। यह वोटों के ध्रुवीकरण के लिए किया गया है, जो कि एक अपराध है। मैंन पोस्ट से और ई-मेल से चुनाव आयोग और क्राइम ब्रांच को शिकायत भेजी है।” इस बार में एडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर एल पी पदलिया ने कहा, ‘(अभी तक) हमें कोई शिकायत नहीं मिली है’।