पत्नी को था कैंसर, राष्ट्रपति मुगाबे टाइपिस्ट से चला रहे थे चक्कर, दो बच्चे पैदा होने के बाद की शादी
जिम्बाब्बे में इन दिनों राजतीनिक उठा-पटक चल रही है। सात दिन पहले तक माना जा रहा था कि राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे की पत्नी ग्रेस मुगाबे आने वाले वक्त में अफ्रीका की सबसे शक्तिशाली महिला बनेंगी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। देश की कमान संभालने के साथ सेना ने राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को यहां के हरारे में नजरबंद कर के रखा हुआ है। सेना ने गुरुवार को सरकारी चैनल पर कब्जा कर लिया था। शहर की सड़कों पर टैंक और ट्रक उतार दिए गए थे। सेना की दलील थी कि ऐसा राष्ट्रपति की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया। चूंकि उससे पहले वहां पर बम धमाकों की खबर आई थी। ऐसे में राष्ट्रपति मुगाबे का दौर गुजरा ही माना जा रहा है। मुगाबे के कद में आई गिरावट के लिए ग्रेस जिम्मेदार मानी जा रही हैं। वह उनकी दूसरी पत्नी हैं।
मुगाबे की पहली पत्नी का नाम सैली हेफ्रॉन था। वह कैंसर से पीड़ित थीं और साल लंबी बीमारी के चलते 1992 में नहीं रही थीं। लेकिन पत्नी की मौत के पहले से मुगाबे का ग्रेस से चक्कर चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कहा जाता है कि दोनों के दो बच्चे भी हो चुके थे। पत्नी के मौत के बाद साल 1996 में दोनों ने धूमधाम से शादी की। कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति दिवंगत नेल्सन मंडेला को भी न्यौता भेजा गया था।
ग्रेस की उम्र फिलहाल 52 साल है और वह उम्र में मुगाबे (93) से कुल 41 साल छोटी हैं। वह मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका की रहने वाली हैं। बताया जाता है कि दोनों का अफेयर तब शुरू हुआ, जब वह राष्ट्रपति के दफ्तर में टाइपिस्ट के तौर पर काम करती थीं। शुरुआती दिनों में उनकी रुचि विदेशी दौरों और ज्यादातर शॉपिंग में रहती थी। लेकिन बाद में वक्त बीता और उन्होंने खुद को राजनीति की ओर सक्रिय किया। बीते हफ्ते तक वह मुगाबे की उत्तराधिकारी मानी जा रही थीं। अपने विरोधियों को रास्ते से हटाने की उनकी चाहत भी साफ नजर आ रही थी। उपराष्ट्रपति एमरसन मनगाग्वा को भी हटवाने में उन्हीं का हाथ था।
ग्रेस से रॉबर्ट मुगाबे की मुलाकात तब हुई थी, जब वह राष्ट्रपति के दफ्तर में टाइपिस्ट के तौर पर काम करती थीं। (फोटोः रॉयटर)