पद्मावती की स्पेशल स्क्रीनिंग पर भड़का पत्रकार, कहा- आगे से संपादकों से ही सर्टिफिकेट ले लेना
विवादों में उलझी फिल्म पद्मावती पर हो हल्ला जारी है। शुक्रवार को फिल्म की रिलीज के लिए रास्ता निकालने की कोशिश की गई। पत्रकारों के लिए इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई, ताकि चीजें स्पष्ट हों। फिल्म की स्क्रीनिंग पर कई पत्रकार पहुंचे भी, जिनमें टीवी पत्रकार रोहित सरदाना भी थे। उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर अपना गुस्सा जताया है। कहा है कि आगे से संपादकों से ही फिल्मों को सर्टिफिकेट लेना चाहिए। बोर्ड के बजाय उन्हीं को फिल्में दिखाई जानी चाहिए। पद्मावती को लेकर श्री राजपूत करणी सेना देश के कई हिस्सों में विरोध कर रही है। उसका कहना है कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। राजपूतों की छवि को इसमें खराब किया गया है। जबकि, निर्देशक और निर्माताओं का दावा कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। यही स्पष्ट करने के लिए शुक्रवार को निर्माताओं ने पत्रकारों से लिए स्पेशल स्क्रीनिंग का बंदोबस्त कराया। रिपब्लिक चैनल के संपादक अरनब गोस्वामी, इंडिया टीवी के संपादक रजत शर्मा और आज तक चैनल के एंकर रोहित सरदाना सरीखे पत्रकारों को इसमें बुलाया गया था।
फिल्म की स्क्रीनिंग पर सरदाना ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने लिखा, “आगे से फिल्म बनाने वालों को संपादकों से ही सर्टिफिकेट ले लेना चाहिए। सेंसर बोर्ड की संपादक इसलिए बजाए रहते हैं। लगता है कि बोर्ड के बजाय उन्हें फिल्म दिखानी चाहिए।”
उधर, स्पेशल स्क्रीनिंग को लेकर सेंसर बोर्ड खफा हो गया है। बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने इस पर कहा, “बोर्ड ने अभी तक फिल्म नहीं देखी है। न ही उसे सर्टिफिकेट जारी किया गया है। मगर निर्माताओं को इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग नहीं रखनी चाहिए थी। ऊपर से चैनलों की ओर फिल्म समीक्षा किया जाना बेहद अफसोसजनक है।”