इन आयुर्वेदिक तरीकों से दूर होगी स्पर्म काउंट में कमी की समस्या
आयुर्वेद दुनिया की सबसे प्राचीनतम चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। आयुर्वेद में पुरुषों के स्पर्म काउंट बढ़ाने के कई नुस्खे मौजूद हैं। अत्यधिक तनाव, बुढ़ापा, डायबिटीज आदि बीमारियों की वजह से पुरुषों के स्पर्म काउंट में काफी कमी आ जाती है। मोटापा, गर्म पानी से नहाने तथा अत्यधिक टाइट अंडरपैंट्स पहनने की वजह से भी उनके शुक्राणुओं में कमी की समस्या जन्म लेती है।शारीरिक संतुलन के लिए जरूरी है कि स्पर्म काउंट में आई कमी को दूर किया जाए। आयुर्वेद में इसके लिए बहुत सारे उपाय मौजूद हैं। आज हम कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
तेल से पूरे शरीर की मॉलिश करना आयुर्वेद में अभयंगा नाम से जानी जाती है। अभयंगा की वजह से शरीर में रक्त परिसंचरण की क्रिया काफी सही रहती है। साथ ही साथ शुक्राणुओं में भी काफी वृद्धि होती है। इसके अलावा अभयंगा से शरीर की सेहत भी काफी बेहतर रहती है। शिलाजीत में काफी मात्रा में एंटी-एजिंग गुण विद्यमान होते हैं। इसका सेवन करने से शुक्राणुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है। इसके अलावा अश्वगंधा भी ऐसी ही एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो शीघ्रपतन की समस्या से भी निजात दिलाती है।
कई तरह की जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाई गई आयुर्वेदिक औषधि कोहिनूर गोल्ड शुक्राणुओं की गुणवत्ता के साथ-साथ उनकी संख्या में भी इजाफा करता है। आयुर्वेद के हिसाब से वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए नियमित आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा कुछ रोजमर्रा की आदतों में बदलाव कर शुक्राणुओं की कमी की समस्या से निपटा जा सकता है।
आयुर्वेद के मुाबिक अगर आप स्पर्म काउंट में कमी की समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको अधिक मास्टरबेशन तथा शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। साथ ही साथ अत्यधिक शराब के सेवन तथा स्मोकिंग से भी परहेज करना ऐसे में जरूरी होता है। तनावमुक्त रहना तथा रेगुलर योगा तथा ध्यान करना इसके लिए बेहद जरूरी है। डाइट में प्रोटीन और खनिज से भरपूर भोजन को शामिल कर स्पर्म्स की संख्या बढ़ाई जा सकती है।