पद्मावती विवाद: अब नया दावा, पाकिस्तान से आई कॉल, करणी सेना चीफ की हत्या की दी धमकी
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के विरोध में प्रर्दशन कर रहे करणी सेना के राजस्थान चीफ महिपाल सिंह मकराना को कथित तौर पर पाकिस्तान से धमकी दी गई है। मकराना ने कहा, ‘पाकिस्तान के किसी नंबर से मुझे फोन किया गया। उन्होंने कहा कि वो करणी सेना प्रमुख लोकेंद्र सिंह कलवी की हत्या कर देंगे। फोन पर मुझसे कहा गया कि मैं पद्मावती के खिलाफ अपना विरोध बंद कर दूं।’ मकराना के अनुसार कराची से आए फोन से 1993 जैसे धमाके कराने की भी धमकी दी गई। कथित फोन के बाद मकराना का कहना है कि हमने पहले ही कहा था पद्मावती निर्माण के लिए आंतकी संगठनों से पैसा मिला है। ईडी और सीबीआई द्वारा इसके जांच की जाने चाहिए।
गौरतलब है कि पद्मावती के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रर्दशन किए जा रहे हैं। मुंबई में भी भाजपा विधायक राज पुरोहित ने पद्मावती के विरोध में अपनी बात कही। उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि शरूर को भी थप्पड़ मारने की धमकी दी। विधायक यहीं नहीं रुके उन्होंने सांसद के खिलाफ अपशब्द भी कहे।
दरअसल उन्होंने ये बातें मुंबई के आजाद मैदान में फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे राजपूत क्षत्रिय समाज को संबोधित करते हुए कहीं। इंडिया टुडे की खबर के अनुसार प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अभी तो उन्होंने छोटे स्तर पर अपना विरोध जताया है, बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन सोमवार को किया जाएगा। इस दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि सोमवार को भारी तादाद में लोग फिल्म के विरोध में इकट्ठा हों।
वहीं विधायक ने अपने भाषण में आगे कहा, ‘पद्मावती के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली ने राजपूतों के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। उन्होंने पद्मावती को डांस क्वीन बना दिया जबकि इस काम के लिए अन्य महिलाएं थी। रानी कभी नृत्य नहीं करतीं। उन्होंने हमारे इतिहास को अपमानजनक रूप देकर पेश किया है।’ भाजपा विधायक ने इस दौरान राजपूत समुदाय पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान पर भी निशाना साधा।
थरूर ने गुरूवार को कथित तौर पर कहा था ‘कथित शूरवीर महाराजा’ उस वक्त कहां थे जब ब्रिटेन ने उनके सम्मान को ‘रौंद डाला’ था और अब वे एक फिल्मकार के पीछे पड़े हुए हैं और दावा कर रहे हैं कि उनका सम्मान दांव पर लग गया है। थरूर की टिप्पणी पर ट्वीट करते हुए स्मृति ने कल कहा, ‘‘क्या सभी महाराजाओं ने ब्रिटिश के आगे घुटने टेक दिये थे?