पत्नियों से मार खाए 6,646 पतियों ने यूपी पुलिस को किया फोन, सबसे ज्यादा शिकायतें सीएम के जिले से
अधिकतर लोगों का सोचना है कि शादी के बाद महिलाओं को ही सबसे ज्यादा हिंसा का सामना करना पड़ता है। हमारे देश में अक्सर यही कहा जाता है कि महिलाएं ही वैवाहिक हिंसा का शिकार होती हैं, लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि उत्तर प्रदेश में कुछ पुरुषों को भी वैवाहिक हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में करीब 6,646 पुरुषों ने पुलिस को कॉल करके पत्नियों द्वारा पीटे जाने की शिकायत करते हुए मदद मांगी है। पुरुषों का कहना है कि उनकी पत्नियां पिछले कई सालों से उन्हें टॉर्चर कर रही हैं और वे हिंसा का शिकार हो रहे हैं। पत्नियों के अत्याचारों से परेशान होकर पुरुषों ने यूपी पुलिस को 100 नंबर डायल करके मदद मांगी। हालांकि वैवाहिक हिंसा की शिकायत कराने वाली महिलाओं की संख्या पुरुषों की संख्या से कहीं ज्यादा है, यानी 1.53 लाख है। पुलिस को महिलाओं द्वारा करीब 419 शिकायत प्रतिदिन प्राप्त होती हैं।
पुलिस कंट्रोल रूम ने पूरे साल भर में 100 नंबर द्वारा मिली शिकायतों का आकलन किया है। आकलन के बाद अधिकारियों का कहना है कि पुलिस को करीब 7 लाख शिकायतें घरेलू हिंसा की मिली हैं। वहीं करीब 43 लाख इमरजेंसी कॉल आए हैं, जिनके द्वारा पुलिस से तत्काल मदद मांगी गई है। आकलन में कुछ आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए हैं। अधिकारियों के मुताबिक घरेलू हिंसा की शिकायतें ग्रामीण इलाकों में कम हैं, वहीं शहरी इलाकों से ज्यादा शिकायतें आई हैं। घरेलू हिंसा की ज्यादा शिकायतें लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर, कानपुर, इलाहाबाद और आगरा से आई हैं।
पुलिस स्टेशनों के आधार पर यह आकलन किया गया है कि गोरखपुर कोतवाली (सिटी) से ज्यादा शिकायतें आई हैं। यूपी-100 के एडिशनल डायरेक्टर जनरल आदित्य मिश्रा का कहना है, ‘रिसर्च में जो महिलाओं द्वारा घरेलू हिंसा की शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, उनके बारे में सारी जानकारियां पांचों शहरों के पुलिस सुपरिटेंडेंट को उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यह भी है कि 6500 से ज्यादा पुरुषों ने भी पत्नियों द्वारा पीटे जाने की शिकायत दर्ज कराई है।’