मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की क्योंकि वह जवाब नहीं दे सकते: कपिल सिब्बल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से किए जा रहे प्रचार के दौरान वडोदरा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने कभी प्रेस कॉनफ्रेंस नहीं की, क्योंकि वे किसी भी सवाल का जवाब देने में असमर्थ हैं। वडोदरा की इस सभा में गुजरात के बुद्धिजीवी, वकीलों और व्यापारी मौजूद थे।
सिब्बल ने कहा कि पीएम मोदी केवल कुछ गलत और सही आंकड़ों के आधार पर स्पीच देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को एक डिबेट के लिए भी चुनौती दी है। उन्होंने कहा है, ‘मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि वह मेरे साथ डिबेट करें और ये साबित करें कि गुजरात किसी भी क्षेत्र में आगे चल रहा है।’ सिब्बल ने अपनी स्पीच की शुरुआत में कहा, ‘पीएम मोदी ने अधिकतम शासन और न्यूनतम सरकार का वादा किया था, लेकिन हमें ये आंकने की जरूरत है कि क्या उन्होंने अपना वादा पूरा किया है या नहीं।’
इसके अलावा उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि इससे पहले कभी भी किसी राज्य के विधानसभा चुनाव के कारण संसद के शीतकालीन सत्र में कभी भी विलंब नहीं हुआ था। सिब्बल ने कहा, ‘हमने अभी तक सरकार द्वारा यह नहीं सुना है कि शीतकालीन सत्र होगा या नहीं।’ पीएम मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शांत रहने को लेकर सवाल उठाए जाने के मुद्दे पर सिब्बल ने कहा, ‘उन्होंने मनमोहन सिंह की शांति पर सवाल उठाए, लेकिन मनमोहन सिंह पार्लियामेंट में बोलते थे।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि बीजेपी ने कभी भी विपक्ष को लोकसभा के अंदर और बाहर बोलने नहीं दिया।
देश में प्राइवेसी को लेकर जारी मुद्दे पर सिब्बल ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की 11 जजों की संवैधानिक पीठ को बताया था कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार नहीं है। इसके साथ ही सिब्बल ने कहा कि आधार अनिवार्य करके सरकार देश के नागरिकों के बैंक की सारी जानकारी रखना चाहती है, लोगों की हर एक्टिविटी पर नजर रखना चाहती है।