अलवर: मृतक उमर के 2 साथी पशु तस्करी में अरेस्ट, लोगों का आरोप- हत्यारों का साथ दे रही पुलिस
अलवर में राजस्थान पुलिस ने मृतक उमर मोहम्मद के साथ गाय लेकर लौट रहे दो लोगों को सोमवार के दिन गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक दोनों को गाय की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं गिरफ्तार हुए लोगों के परिवार और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के ऊपर हत्यारों का साथ देने का आरोप लगाया है। ताहिर खान और जावेद खान पर आरोप है कि 10 नवंबर को जिस वक्त गोरक्षकों ने हमला किया था उस वक्त वे दोनों ही उमर मोहम्मद के साथ पिक-अप ट्रक में गायों को ले जा रहे थे।
मोहम्मद की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी और उसका क्षत-विक्षत शरीर रामगढ़ इलाके के पास रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिला था। वहीं कंधे पर गोली लगने के कारण ताहिर चोटिल हो गया था और जावेद किसी तरह घटनास्थल से खुद को बचाकर भागने में कामयाब हुआ था। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक दक्षिण अलवर के सहायक पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल का कहना है, ‘पूछताछ के दौरान ताहिर खान और जावेद ने ये बात स्वीकार की थी कि उन्होंने दौसा के पास रेवाड़ी समुदाय के सदस्यों से गायों को खरीदा था। इस तरह की खरीदारी गैरकानूनी है क्योंकि इसमें बहुत सी आवारा गायों को इकट्ठा करके उन्हें बिना किसी वैध दस्तावेजों के समुदाय के सदस्यों द्वारा बेच दिया जाता है।’
पुलिस ने बताया कि दोनों ने रविवार को सरेंडर किया और दोनों के खिलाफ राजस्थान बोवाइन पशु एक्ट 1995 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने इस केस में रामवीर गुज्जर और भगवान सिंह की गिरफ्तारी की थी। दोनों ने उमर और उसके साथियों पर हमले की बात स्वीकार की है। दोनों ही घटनास्थल के पास के ही एक गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों ने बताया कि जब एक खाली पिक-अप ट्रक उनके गांव से गुजरा, तब उन्हें गाय की तस्करी का शक हुआ। उन्होंने योजना बनाई कि अगर वो गायों को साथ लौटे तो उन्हें रोकेंगे। बाद में ऐसा ही हुआ और गायों को लेकर लौट रहे मोहम्मद, ताहिर और जावेद पर हमला किया गया। इस घटना में हमले के वक्त चार अन्य लोगों ने भी रामवीर गुज्जर और भगवान सिंह का साथ दिया था, जो कि फिलहाल फरार हैं।