ग्रेटर नोएडा में भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या
ग्रेटर नोएडा के दनकौर इलाके के द्रोण मंदिर के पास सोमवार रात करीब 12 बजे भाजपा नेता सागर शर्मा (25) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से हत्या की है। मृतक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दनकौर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सोनू वर्मा के चचेरे भाई समेत दो लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। उधर, निकाय चुनाव से पहले लाइसेंसी हथियार जमा नहीं कराने के आरोप में एसएसपी ने इलाके के सब इंस्पेक्टर को निलंबित भी कर दिया है। द्रोण मंदिर के पास हुई इस वारदात के बाद सागर शर्मा को इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के एक नामी निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने अध्यक्ष पद के भाजपा प्रत्याशी के चचेरे भाई दीपक वर्मा और मनोज के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। बताया गया है कि सागर शर्मा पहले भाजपा से जुड़ा हुआ था। शुरुआत में वह भाजपा के लिए ही समर्थन मांग रहा था, लेकिन सूत्रों के अनुसार वह अंदरखाने कांग्रेस के साथ था। वहीं वारदात के समय मनोज शराब के नशे में था, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दीपक वर्मा अभी फरार है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके विरोध में व्यापार मंडल और कांग्रेसी नेताओं ने धरना शुरू कर दिया है। दनकौर व्यापार मंडल अध्यक्ष वेद प्रकाश अग्रवाल ने पुलिस अधिकारियों से घटना का जल्द से जल्द खुलासा करने की मांग की है। उन्होंने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने की चेतावनी भी दी है। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ महेंद्र नागर भी धरने पर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने बताया कि वर्मा फरार नहीं हैं, बल्कि आरोपी फरार है। सोशल मीडिया पर बेवजह अफवाह फैलाई जा रही है।
दूसरी तरफ, प्रदेश के नगर निकाय चुनाव के लिए जिले में आचार संहिता लागू होने के बावजूद लाइसेंसी हथियार से हत्या होने की घटना ने पुलिस-प्रशासन की पोल खोल दी है। दीपक वर्मा पर लाइसेंसी पिस्तौल से हत्या करने का आरोप है। एसएसपी लव कुमार ने चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर प्रीतम सिंह को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर जांच का आदेश दिया है। वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर निकाय चुनाव शांतिपूर्वक कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही चुनावों में गड़बड़ी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।