मेट्रो स्टेशनों के बीच बनेगा एलिवेटेड बाजार, मुसाफिरों को सड़क पर उतरने की जरूरत नहीं
नोएडा शहर के पहले एलिवेटेड वाणिज्यिक परिसर को सेक्टर- 51 और सेक्टर- 71 मेट्रो स्टेशन के बीच बनाया जाएगा। इस परिसर के डिजाइन को इस तरह से तैयार किया जा रहा है, ताकि सेक्टर- 51 मेट्रो स्टेशन पर उतरने वाले मुसाफिरों को सड़क पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे वाणिज्यिक परिसर से होते हुए सेक्टर- 71 मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। करीब 200 मीटर लंबे इस वाणिज्यिक परिसर के निर्माण लागत को तैयार होने वाली दुकानों, शोरूम आदि बेचकर की जाएगी। 29.7 किलोमीटर लंबी नोएडा- ग्रेटर नोएडा मेट्रो का ट्रायल जनवरी, 2018 से किए जाने की तैयारी है। नोएडा- ग्रेटर नोएडा मेट्रो के कोच चीन से रवाना हो चुके हैं। जो मध्य दिसंबर तक गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पहुंचेंगे। जहां से सड़क के रास्ते यहां लाए जाएंगे।
नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने वाली मेट्रो को मौजूदा सेक्टर- 32 सिटी सेंटर से सेक्टर- 62 तक जाने वाली लाइन से जोड़ा जाना है। ऐसे में सेक्टर- 51/71 पर बड़ा इंटरचेंज होगा। जहां से गाजियाबाद (वैशाली लाइन) और दिल्ली जाने की सीधी सुविधा मिलेगी। इस इंटरचेंज पर काफी भीड़ होने के चलते इसे वाणिज्यिक परिसर के निर्माण के लिए चुना गया है। परिसर के लिए नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) को जमीन आबंटित कर दी है। जहां पर 200 मीटर लंबे वाणिज्यिक परिसर को बनाया जाएगा। इस परिसर में शोरूम, रेस्तरां, दुकानें आदि खोली जाएंगी। एनएमआरसी अधिकारियों का दावा है कि यह प्रदेश का पहला एलिवेटेड वाणिज्यिक परिसर होगा। परिसर की डिजाइन करने की तैयारी है कि कम जगह में पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हो सकें। वाणिज्यिक परिसर में खरीदारी की सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही सेक्टर- 51 और 71 के बीच जाने के लिए सड़क पर नहीं आना पड़ेगा। परिसर बनाने के लिए सेक्टर- 32/62 मेट्रो के संचालन से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सर्वेक्षण के मुताबिक नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो पर पीक आवर (व्यस्त समय) पर करीब 65 हजार मुसाफिर सफर करेंगे। इतनी ही संख्या सिटी सेंटर से सेक्टर- 62 जाने वाली मेट्रो में सफर करने वालों की होने की उम्मीद है। जिसके चलते वाणिज्यिक परिसर मुसाफिरों को बाजार की सुविधा देगा।