मंच पर शंख फूंकने से खराब हुआ लालू के बेटे तेज प्रताप का गला? आयकर विभाग के सामने नहीं हुए पेश
आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को बेनामी संपत्ति मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी से पूछताछ की। विभाग ने एक तारीख पर गायब रहने के बाद आखिरी चेतावनी के तौर पर समन भेजा था, जिसमें तेजस्वी, राबड़ी और तेज प्रताप यादव को उपस्थित रहने को कहा गया था। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण तेज प्रताप यादव पूछताछ के लिए नहीं पहुंच पाए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि बीते रविवार को पटना के गांधी मैदान में शंख बजाने के कारण उनके गले में खराश आ गई है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं तेजस्वी और राबड़ी से आयकर विभाग ने काफी देर तक पूछताछ की। इस दौरान राबड़ी देवी की बेटी मीसा भी उनके साथ गई थीं। लेकिन उन्हें वेटिंग रूम में बैठाया गया।
पूछताछ के दौरान राबड़ी और तेजस्वी यादव से आयकर विभाग ने संपत्ति का ब्योरा, आमदनी का जरिया और अकूत दौलत का स्रोत पूछा। इसके अलावा पैन नंबर, इनकम टैक्स रिटर्न्स (आईटीआर) के अलावा चल और अचल संपत्तियों की भी जानकारी ली। पूछताछ में कंपनियों के काम, उनके कर्मचारियों की जानकारी, लोन कब और क्यों लिए?, कितना लोन वापस किया?, कंपनियों के स्थान, उनके मालिक या डायरेक्टर्स के बारे में भी पूछा गया। हालांकि इस दौरान राबड़ी और तेजस्वी ने दस्तावेज के रूप में सबूत भी पेश किए। कुछ सवालों के जवाब उन्होंने हां या ना में भी दिए।
गौरतलब है कि पटना के गांधी मैदान में 27 अगस्त को आयोजित हुई बीजेपी भगाओ, देश बचाओ रैली में राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप अलग ही अंदाज में नजर आए थे। एक ओर उनके छोटे भाई तेजस्वी नीतीश कुमार पर बरसे, वहीं तेज प्रताप बीजेपी के खिलाफ आवाज बुलंद करते दिखे थे। उन्होंने जनता को अपने पिता के स्टाइल में संबोधित किया था। महारैली के मंच से तेज प्रताप ने कहा था कि लड़ाई का आगाज शंखनाद से होता है। बीजेपी में कोई नेता शंख बजा लेगा, मुरली बजा लेगा तो हार्ट अटैक ही आ जाएगा। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने मंच पर से शंख मंगाकर उसे बजाया। तेज प्रताप ने मंच पर आते ही कहा था कि आज मेरे पिता मुझसे नाराज होंगे। वह कहेंगे कि मैंने उनका अंदाज भी चुरा लिया। मगर आज हम जनता से बात करेंगे।