इस वकील ने आरुषि मर्डर केस में तलवार दंपत्ति को कराया बरी, अब लड़ेंगे प्रद्युम्न हत्याकांड के आरोपी नाबालिग का केस
देश के सबसे चर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड में आरोपी बने तलवार दंपत्ति को रिहा कराने वाले वकील अब प्रद्युम्न हत्याकांड के आरोपी नाबलिग का केस लड़ेंगे। इंडिया टुडे की खबर के अनुसार वकील तनवीर अहमद मीर ने गुड़गांव के रियान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र की हत्या के नाबालिग आरोपी का कोर्ट में बचाव करने का फैसला लिया है। मामले में मीर ने बताया, ‘मैंने आरोपी छात्र के परिवार से बातचीत की है। मैं केस से जुड़ी सभी संभावनाओं को देखूंगा।’ आरोपी के पिता खुद एक वकील हैं, उन्होंने किसी तीसरे वकील के जरिए मीर से केस लड़ने की अपील की। ये बात मीर के वकील दोस्त ने बताई है जो गुड़गांव में ही प्रेक्टिस कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अभी कहना जल्दबाजी होगा कि क्या होगा। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि छात्र अभी रिमांड पर हैं इसलिए हमें सीबीआई द्वारा उसे कोर्ट में पेश करने के समय तक का इंतजार करना होगा। उन्होंने आगे बताया कि शुरुआती बहस छात्र को नाबालिग और बालिग होने के मुद्दे पर होने की संभावना है।
गौरतलब है कि प्रद्युम्न ठाकुर रियान इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। छात्र की लाश आठ सितंबर को सुबह सात बजे स्कूल बाथरूम में पड़ी मिली। तब हत्या के आरोप में हरियाणा पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में सीबीआई ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि छात्र की हत्या का मुख्य आरोपी खुद स्कूल का एक छात्र है।
बताया गया कि कक्षा 9 के छात्र ने प्रद्युम्न की हत्या महज इसलिए की क्योंकि वो परीक्षा की तिथि को टालना चाहता था। हालांकि आरोपी छात्र के पिता ने अपने बेटे को निर्दोष बताया है।