सेहत-दिल को रखें दुरुस्त
आजकल दौड़-भाग भरी जिंदगी ने लोगों का सुकून छीन लिया है। आज सबसे बड़ी समस्या है कि सेहत का खयाल कैसे रखें। दिल का दौरा आज एक आम समस्या हो गई है। खासकर भारत जैसे विकासशील देशों में यह बीमारी हर साल लाखों लोगों की जान ले लेती है। यों दिल का दौरा कभी भी, किसी को भी पड़ सकता है। किसी भी उम्र में यह आपको शिकार बना सकता है। इसका सीधा संबंध जीवनशैली से है, पर तनाव, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी समस्याओं में दिल के रोगों का खतरा और बढ़ जाता है। तेज ठंड में दिल के दौरे के मामले ज्यादा देखने में आते हैं। सर्दी का मौसम है। इसलिए दिल की हिफाजत बहुत जरूरी है।
क्यों होता है हृदय रोग
लगातार मानसिक दबाव में रहने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की समस्या शुरू होने लगती है। इसका सीधा और सबसे पहला असर हृदय पर पड़ता है। यहीं से दिल के लिए खतरे की घंटी बजने लगती है। इसके अलावा डायबिटीज भी हृदय रोगों को तेजी से बढ़ाती है। इसके कारण रक्त शर्करा बढ़ने लगती है और धीरे-धीरे यह धमनियों को ज्यादा जाम कर देती है। इससे हृदय को खून पहुंचाने वाली धमनिया संकरी और सख्त हो जाती हैं और शरीर के सभी हिस्सों को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता। इसके अलावा जब खून में वसा की मात्रा बढ़ जाती है तो यह वसा धमनियों में जमने लगती है और उसकी भीतरी दीवारों पर मोटी परत-सी बना लेती हैं। धमनियों के भीतर वसा की परत जमने से धमनियां संकरी हो जाती है, जिससे रक्त प्रवाह मार्ग बंद-सा हो जाता है। यही वसा कोलेस्ट्राल कहलाता है।