38वां ‘मन की बात’: पीएम बोले-पिछले 40 साल से आतंकवाद के कारण बहुत कुछ झेल रहे हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (26 नवंबर) सुबह 11 बजे ‘मन की बात’ की। यह मन की बात का 38वां कार्यक्रम था। कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो (AIR), दूरदर्शन, नरेंद्र मोदी मोबाइल एप्लिकेशन पर सुना जा सकता है। इसके अलावा डीडी के आधिकारिक यू ट्यूब चैनलों पर भी यह प्रसारित किया गया। हिंदी के बाद आकाशवाणी इसे तुरंत क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित करेगा। इससे पहले 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से नरेंद्र मोदी एप या 1800-11-7800 पर अपने सुझाव भेजने को कहा था।

मन की बात में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-

– शिक्षा के क्षेत्र में विकास जरूरी

– 26 नवंबर हमारा संविधान दिवस है, आज ही के दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ। सभी के प्रति समानता हमारे संविधान की खासियत है।

– भारतीय संविधान को लेकर अंबेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वो संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी में महत्वपूर्ण पद पर थे। देश को शक्तिशाली बनाने में उनका योगदान अविश्वसनीय है। सरदार पटेल ने भी देश को एक सूत्र में बांधने का असाधारण काम किया था। वो संविधान के मूलभूत अधिकारों की सलाहकार समिति के भी अध्यक्ष थे।

– लेकिन आज ही के दिन देश ये कैसे भूल सकता है आतंकियों ने 26/11 के दिन भारत के मुंबई शहर पर हमला किया था। हम पिछले चालीस वर्षों से आतंकवाद के कारण बहुत कुछ झेल रहे हैं।

–  कुछ साल पहले दुनिया के कुछ देश आतंकवाद की समस्या को गंभीरता से लेने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन आज उन्हीं देशों का नजरिया बदला है। उन्होंने इसे एक बड़ी समस्या के रूप में देखना शुरू किया है। हमें आतंकवाद को पराजित करना ही होगा। महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने इस दुनिया को शांति का संदेश दिया। इसलिए मानवतावादी शक्तियों का अधिक जागरुक होना जरुरी है। चार दिसंबर को नेवी दिवस मनाएंगे। सभी जानते हैं कि देश की सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे ही हुआ है। चाहे वो सिंधु नदी हो या कोई और। दुनिया के ज्यादातर देशों ने बहुत सालों बाद नेवी में महिलाओं को महत्वपूर्ण पदों पर तैनात किया।

– आजादी के बाद हमारी नेवी विभिन्न मौके अपनी बहादुरी दिखाई है। चाहे बात 9171 के युद्ध हो या और कुछ। हमारी नौसेना ने बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों की मदद की।

– इस साल सिंतबर में रोहिंग्या मामले में हमारी नौसेना ने बांग्लादेश में सहायता पहुंचाई थी। हम नौसेना हर समय गौरवपूर्ण कार्य करती है।

– एक से सात दिसंबर तक रक्षा मंत्रालय ने एक अभियान चलाने का फैसला लिया है। इसमें रक्षा से जुड़े मामलों में लोगों को जागरुक किया जाएगा। लोगों को आर्म्ड फोर्स से जुड़े मामले में जानकारी दी जाएगी। लोग फौज से जुड़े अधिकारियों को स्कूलों में बुलाकर उनसे जानकारी ले सकते हैं। घायल सैनिकों को कल्याण के लिए योजनाएं शुरू की गईं है।

– पृथ्वी का महत्वपूर्ण हिस्सा है मिट्टी। सोचिए दुनिया में अगर कहीं उपाजऊ मिट्टी ना हो तो क्या होगा। हमारी संस्कृति में इसकी चिंता बहुत पहले की गई थी। किसान के जीवन में मिट्टी के प्रति भक्ति है इसलिए उसे वैज्ञानिक रूप से इसके विकास में काम करना होगा।

– 2016-17 में गेंहूं की फसल में दो से तीन गुना तक बढ़ोतरी हुई है। अब किसान समझ रहे हैं कि अगर वो धरती मां का ख्याल रखेंगे तो धरती माता भी उनका ख्यान रखेगी। हम यूरिया से धरती मां को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं। लेकिन किसान तो धरती मां का पुत्र है वो अपनी मां को नुकसान कैसे पहुंचा सकता है? किसानों को निर्णय लेना होगा कि वो 2022 तक यूरिया का इस्तेमाल आधा कर दें।

– पहले दिवाली तक सर्दी आ जाती थी लेकिन अब दिसंबर तक सर्दी नजर नहीं आती।

– मध्य प्रदेश के गांव में आठ साल के एक बालक तुषार ने लोगों को खुले में शौच से मुक्त कराने का पीड़ा उठाया है। वो रोज सुबह सीटी से गांव के लोगों को उठाता है। उन्होंने खुले में शौच ना करने के प्रति जागरुक करता है।

– हमारे दिव्यांग खिलाडी़ भी किसी से पीछे नहीं है। उन्होंने ब्लाइंड टी 20 वर्ल्डकप में जीत हासिल की।

– आने वाले कुछ दिनों में पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन है। इसके लिए मैं देशवासियों को बधाई देता हूं।

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