लालू की सुरक्षा में लगे NSG कमांडोज को बुलाया गया वापस, सुरक्षा में की गई कटौती
देश के वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा नीति में सरकार ने कुछ बदलाव किए हैं। बिहार के तीन बड़े नेताओं की सुरक्षा में कटौती की बात सामने आ रही है। राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और हम प्रमुख जीतन राम मांझी की सुरक्षा में कटौती की गई है। वहीं जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की भी सुरक्षा कटौती की गई है। इसके अतिरिक्त देश के कुल अन्य सात वीवीआईपी नेताओं की सुरक्षा में कटौती की गई है। इससे पहले लालू प्रसाद यादव और जीतनराम मांझी को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। दोनों को अब ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी।
इसके अलावा लालू की सुरक्षा में तैनात नैशनल सिक्यॉरिटी गार्ड (एनएसजी) के कमांडोज भी वापस बुला लिए गए हैं। इनके अलावा जामा मस्जिद के शाही इमाम एमएसए बुखारी, केंद्रीय गृहमंत्रालय ने गुजरात से राज्यमंत्री हरिभाई पार्थी भाई चौधरी, दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर और देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी की सुरक्षा में भी कटौती की है।
वैसे लालू प्रसाद का परिवार पिछले कुछ दिनो से चर्चा में है। जहां एक तरफ लालू के परिवार पर भ्रष्टाचार की जांच जोर पकड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर लालू के बेटे तेज प्रताप द्वारा सुशील मोदी के बेटे की शादी में घुस कर मारूंगा वाला बयान मीडिया की सुर्खियों में छाया हुआ है। हालांकि इस पूरे विवाद पर लालू ने हल्के तौर पर लेने को कहा है। लालू ने कहा है कि ‘‘तेज प्रताप केवल फुंफकारा है और ये फुंफकारने में ही सटक गए। शादी ब्याह करें । हमलोगों की भी शुभकामना है । तुम्हारा बेटा, मेरा बेटा है । इसमें क्या झगडा और क्या झमेला। क्यों डरते हो ।’’