आतंकवाद से निपटने के लिए एकजुट हो दुनिया : प्रधानमंत्री
नौ साल पहले इसी दिन मुंबई में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए दुनिया को एकजुट होना होगा। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने कहा कि चार दशक से भी अधिक समय से भारत आतंकवाद का मुद्दा उठाता रहा है। तब दुनिया ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब पूरे विश्व को आतंकवाद के विनाशकारी पहलुओं का अहसास हो गया है। आतंकवाद के खात्मे के लिए दुनिया को हाथ मिलाना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ ने देश के सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। अब यह जरूरी हो गया है कि सभी मानवीय ताकतें इस समस्या को समझें।
प्रधानमंत्री का बयान ऐसे समय में आया है जब मुंबई पर आतंकी हमले के सरगना व जमात उद दावा के प्रमुख को पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया। भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह आतंकवाद को ‘मुख्यधारा’ में लाने का पाकिस्तान का प्रयास है और आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा सामने आ गया है। मुंबई हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने मारे गए लोगों और शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को याद किया। मोदी ने कहा कि यह धरती भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, गुरु नानक, महात्मा गांधी की है, जिन्होंने दुनिया को अहिंसा और प्रेम का संदेश दिया है। आतंकवाद और उग्रवाद, हमारी सामाजिक संरचना को कमज़ोर कर, उन्हें छिन्न-भिन्न करने का नापाक प्रयास करते हैं। और इसीलिए, न केवल भारत की बल्कि समूची दुनिया की मानवतावादी शक्तियों का अधिक जागरूक होना समय की मांग है। आतंकवाद को परास्त करने के लिए इन शक्तियों को एकजुट होना ही होगा।