दिल्ली मेरी दिल्ली: ये कहां आ गए हम
अब काम न करने के लिए अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को बहाना खोजना पड़ेगा। दिल्ली में अधिकारों की लड़ाई पर सुप्रीम कोर्ट का संविधान पीठ सुनवाई कर रहा है, उसका जो फैसला होगा वह सर्वमान्य होगा। अब तक केजरीवाल और आप के नेता यह आरोप लगाते थे कि अफसर उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं। जिन अफसरों को वे सबसे ज्यादा अपने खिलाफ मानते थे, एक-एक करके उनमें से कई या तो खुद अपना तबादला करा कर दिल्ली सरकार से चले गए या उनका तबादला कहीं और हो गया। इन अधिकारियों को अपनी सुनाने के लिए सरकार ने हर तरकीब अपनाई लेकिन वे काबू में नहीं आए। अब तक इसी बहाने केजरीवाल सरकार यह कहती रही कि अधिकारी उसे काम नहीं करने दे रहे हैं। यह अलग बात है कि जो अधिकारी अभी तैनात हैं उनमें भी ज्यादातर ऐसे हैं जिनसे केजरीवाल सरकार के अच्छे संबंध नहीं हैं। वैसे अब काम न करने के लिए सरकार आसानी से अधिकारियों पर आरोप मढ़ कर बच नहीं सकती है।