6500 करोड़ रुपये कैश गायब! पढ़ें इतिहास की सबसे बड़ी बैंक लूट का सद्दाम कनेक्शन
आपने बैंक के लॉकर्स तोड़कर लाखों के कैश पर हाथ साफ करने वाले चोरों और बदमाशों की खबरें तो कई बार सुनी और पढ़ी होंगी, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इतिहास की सबसे बड़ी लूट बिना लॉकर तोड़े बड़े ही सफाई से की गई थी और इस लूट में इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन का बहुत बड़ा हाथ था। अमेरिका और इराक के अधिकारियों के मुताबिक इराक में यूएस द्वारा किए गए बम हमले के कुछ ही घंटों पहले सद्दाम हुसैन के बेटे कुसय हुसैन और एक करीबी सलाहकार आबिद अल-हामिद महमूद ने सेंट्रल बैंक से 6500 करोड़ रुपए कैश निकाले थे।
इतनी बड़ी रकम को हमले से ठीक पहले निकालने के कारण इसे इतिहास की सबसे बड़ी बैंक रॉबरी कहा जाता है। सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यह है कि यह रकम इराक के तत्कालीन राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के आदेश पर निकाली गई थी। न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक एक इराकी अधिकारी ने बताया कि 6500 करोड़ रुपए निकालने के पीछे क्या कारण था इसके बारे में बैंक को कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी और किसी ने यह भी नहीं बताया था कि पैसों को कहां ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘जब आपको सद्दाम हुसैन की तरफ से कोई आदेश दिया जाता था तो आप उस पर चर्चा नहीं करते थे।’
अमेरिका के बम हमले से चंद घंटों पहले निकाली गई यह बड़ी रकम शायद हुसैन के पलायन की योजना की तरफ इशारा कर रही थी। यह भी कहा जाता है कि सद्दाम हुसैन ताकत और सत्ता के बिना ऐशोआराम वाली जिंदगी बिताने की तैयारी कर रहा था। इराकी अधिकारियों ने बताया कि सद्दाम हुसैन के दूसरे बेटे कुसय ने बैंक से यह रकम 18 मार्च को 4 AM बजे निकाली थी, रकम निकालने के कुछ ही घंटों बाद अमेरिका ने इराक पर बम बरसाए थे। कुसय ने अपने पिता यानी की तत्कालीन राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के हस्ताक्षर वाला एक आधिकारिक पत्र बैंक को दिया था, जिसमें 6500 करोड़ रुपए निकालने की बात कही गई थी। सद्दाम हुसैन द्वारा भेजे गए लेटर में 6500 करोड़ रुपए कुसय को देने की बात लिखी गई थी। इस रकम का इस्तेमाल कहां और कैसे किया गया, इस बात के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि बाद में 4100 करोड़ के करीब की रकम छापे के दौरान हुसैन के महल में से जब्त की गई थी।