चक्रवाती तूफान ओक्खी अरब सागर की ओर

ओक्खी चक्रवात और अधिक तेज होकर जबरदस्त चक्रवाती तूफान में बदल गया और यह शुक्रवार को अरब सागर की तरफ चला गया है। दूसरी तरफ नौसेना ने आठ मछुआरों को इसमें पड़ने से बचा लिया है और लापता 30 अन्य मछुआरों की गहन तलाश और तेज कर दी गई है। तमिलनाडु और केरल के विभिन्न इलाकों में तेज बारिश जारी है। इस बारिश के कारण गुरुवार को तमिलनाडु और केरल में चार-चार लोगों की मौत हो गई थी। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि केरल के 13 नावों पर सवार 38 लोग जबकि तमिलनाडु में एक नाव पर सवार चार लोग लापता हैं। नौसेना के विमान ने इनमें से आठ लोगों को बचा लिया है। मौसम विभाग ने बताया कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी, तूतीकोरीन और तिरूनेलवेली जिलों में शुक्रवार तीसरे दिन भी बारिश हुई। बहरहाल, चक्रवात का खतरा थोड़ा कम हो गया है और अरब सागर की तरफ चला गया है।

भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को सुबह यहां बुलेटिन जारी कर कहा, ‘ओक्खी चक्रवात तेज होकर तीव्र चक्रवात में बदल गया है। यह 110 किलोमीटर पूर्वोत्तर में मिनिकोय द्वीप में स्थित है और अगले 24 घंटे के दौरान इसके लक्षद्वीप के पार करने की संभावना है। हवा की गति 110 से 120 किलोमीटर तक पहुंच रही है और लक्षद्वीप के आसपास अगले 24 घंटों में इसके 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में अधिकतर स्थानों पर तेज से बहुत तेज बारिश होने और लक्षद्वीप में जबरदस्त बारिश होने की संभावना जताई है। दक्षिण तमिलनाडु में बारिश के कारण आम जनजीवन लगातार प्रभावित हुआ है। कन्याकुमारी सहित पांच जिलों के स्कूल कालेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।

इससे पहले केरल और तमिलनाडु में बारिश और चक्रवाती तूफान के कारण लापता हुए मछुआरों की तलाश शुक्रवार सुबह दोबारा शुरू की गई। इस काम के लिए नौसेना ने गोताखोरों के साथ डोर्नियर और एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर तैनात किया है। पुलिस ने बताया कि कन्याकुमारी जिले के पांच मछुआरे दो दिन पहले समुद्र से बचाए जाने के बावजूद लौट कर नहीं आए हैं। दक्षिणी नौवहन कमान के प्रवक्ता कमांडर सुधीर वारियर ने बताया कि नौसेना ने शुक्रवार सुबह गोताखोरों के साथ एक डोर्नियर, एक एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) को तैनात किया है। नौसेना ने गुरुवार को इस तलाशी अभियान में हेलिकॉप्टर भेजा था। जब यह खबर आई कि कई मछुआरों को समुद्र से बाहर निकाल लिया गया है लेकिन वह अभी तक वापस नहीं लौटे हैं, इसके बाद नौसेना ने दक्षिण केरल के तटों पर गुरुवार को पांच जहाज भेजे थे। राहत पदार्थों के साथ दो जहाज मानवीय सहायता के लिए लक्षद्वीप में खड़ा है।

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