IND vs SL: विराट कोहली ने वो कर दिखाया जो अब तक दुनिया का कोई कप्तान नहीं कर सका
बेहतरीन फार्म में चल रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली आज यहां फिरोजशाह कोटला मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन शतक लगाकर तीन मैचों की श्रृंखला में लगातार तीन शतक लगाने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय कप्तान बने। कोहली इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन के आंकड़े को पार करने में सफल रहे। कई कप्तानों ने पांच मैचों की श्रृंखला में तीन या चार टेस्ट शतक लगाये हैं लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है जब किसी कप्तान ने तीन मैचों की श्रृंखला में लगातार तीन शतक लगाये हों। मौजूदा सत्र में यह कोहली का 11वां शतक था और वह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के एक सत्र में 12 शतकों के रिकार्ड से एक शतक पीछे है। भारतीय कप्तान ने इससे पहले कोलकाता में श्रृंखला के पहले मैच में नाबाद 104 रन की पारी खेली थी। उन्होंने नागपुर में दूसरे टेस्ट में 213 रन की मैराथन पारी खेली।
कोहली का 63वें मैच में यह 20वां टेस्ट शतक है। घरेलू फिरोजशाह कोटला मैदान में यह उनका पहला शतक है। कोहली ने अपना शतक 110 गेंद में और अर्धशतक 52 गेंद में पूरा किया जो उनके करियर की सबसे तेज शतक और अर्धशतक में से है। पहली पारी में श्रीलंका के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल पर चौके के साथ 25 रन के आंकडे को पार करते ही कोहली ने 5000 रन के आंकड़े को पूरा किया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज हैं।
कोहली ने अपनी 105वीं पारी में यह कारनामा किया। भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 5000 टेस्ट रन बनाने का रिकार्ड पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर के नाम दर्ज है जिन्होंने 95 पारियों में इस आंकडे को छुआ है। भारत के लिए कोहली से कम पारियों में 5000 टेस्ट रन गावस्कर के अलावा वीरेंद्र सहवाग (99) और सचिन तेंदुलकर (103) ने बनाए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 5000 रन बनाने का रिकार्ड आस्टेलिया के पूर्व महान बल्लेबाज डान ब्रेडमैन के नाम है जिन्होंने सिर्फ 56 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। उनके अलावा टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कोई बल्लेबाज 90 पारियों में भी 5000 रन नहीं बना पाया है। इस मैच से पहले कोहली के नाम 62 टेस्ट में 51.82 की औसत से 4975 रन दर्ज थे।
इससे पहले श्रीलंका के आफ स्पिनर दिलरूवान परेरा भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (23) को आउट करके टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 100 विकेट हासिल करने वाले श्रीलंकाई गेंदबाज बने। परेरा ने अपने 25वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करते हुए महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (27 मैच) का रिकार्ड तोडा। वह 100 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले छठे श्रीलंकाई गेंदबाज हैं।