7 घंटे चली राबड़ी देवी से ED की पूछताछ, कई सवालों का नहीं दे पाई जवाब
दिल्ली से आए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी ने एजंसी के स्थानीय अधिकारियों के साथ बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से रेलवे टेंडर घोटाला मामले में करीब सात घंटे तक पूछताछ की। राजधानी के दस सर्कुलर रोड स्थित अपने सरकारी आवास से राबड़ी देवी निर्धारित समय 11 बजे से करीब एक घंटे देर से ईडी के दफ्तर पहुंची और जहां उनसे 6.45 बजे शाम तक पूछताछ की गई। राबड़ी अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभासदस्य मीसा भारती और अन्य लोगों के साथ पटना के बैंक रोड स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचीं। पूछताछ के बाद ईडी कार्यालय से निकलने पर राबड़ी मीडियाकर्मियों से बात किए बिना अपने वाहन पर सवार होकर अपने आवास के लिए रवाना हो गर्इं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी कार्यालय आमतौर पर शनिवार को बंद रहता है लेकिन लालू के रेल मंत्रित्वकाल के दौरान हुए कथित रेलवे टेंडर घोटाला के संबंध में राबड़ी से से पूछताछ के लिए दफ्तर को आज विशेष तौर पर खोला गया था। राबड़ी ने कई सवालों के जवाब सिर्फ हां और ना में दिए, तो वहीं कई सवालों को वो टालती दिखी।
जुलाई में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद से छह बार सम्मन भेजकर राबड़ी को दिल्ली में पूछताछ के लिए उपस्थित होने को ईडी द्वारा कहा गया था पर उनके दिल्ली आने से इनकार के कारण शनिवार को पटना में पूछताछ की गई।हाल ही में पटना में राजद के खुले अधिवेशन के दौरान राबड़ी ने रेलवे टेंडर घोटाला और बेनामी संपत्ति को लेकर सीबीआइ, ईडी और आयकर विभाग द्वारा उनके साथ-साथ उनके परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ किए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा था कि ऐसा उन्हें डराने के लिए किया जा रहा है पर वे और उनके परिवार के सदस्य इससे डरने वाले नहीं। वहीं लालू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस पूछताछ को लेकर कोई दिक्कत नहीं होने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘ईडी का काम है पूछताछ करना। पूछेगा तो पूछेगा। कौन चीज छुपाया हुआ है, कुछ नहीं है।’ उन्होंने केंद्रीय एजंसियों पर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर कार्य करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने दावा किया था उनके और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के मामलों में केंद्रीय एजंसियां जल्द ही आरोपपत्र दायर करेंगी। वे कैसे जानते हैं, इससे यह संकेत मिलता है कि इन लोगों की इसमें भूमिका है।
लालू के छोटे पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि हम पर कोई स्थापित अपराध नहीं फिर भी हम जांच-एजंसियों को पूरा सहयोग कर रहे हैं। मेरी मां ने तबीयत ठीक नहीं होने के बावजूद जांच में शनिवार को ईडी का सहयोग किया। उन्होंने कहा कि मुझ पर जबरदस्ती का एफआइआर दर्ज किए 150 दिन हो गए हैं लेकिन ये लोग आरोपपत्र अभी तक दाखिल नहीं कर सके हैं जबकि इन्होंने सबूत ढूंढने के लिए सभी जगहों पर छापे मार लिए, मुझसे कई बार पूछताछ कर ली। हमने कुछ किया ही नहीं तो हमारे खिलाफ सबूत कहां से मिलेगा। अब ये लोग सबूत बनाना चाह रहे हैं। बताते चलें कि 29 अगस्त को आयकर विभाग की टीम ने बेनामी संपत्ति मामले में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव और बड़ी पुत्री मीसा भारती से आयकर विभाग कार्यालय में पूछताछ की थी।