यूपी के बच्चे पढ़ेंगे दीनदयाल उपाध्याय पर चैप्टर, योगी आदित्यनाथ सरकार कर रही है तैयारी
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार कथित तौर पर राज्य की स्कूलों में पढ़ायी जाने वाली किताबों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विचारक दीनदयाल उपाध्याय पर एक अध्याय शामिल करने जा रही है। आधिकारियों के अनुसार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पिछले हफ्ते इस बाबत एक प्रस्ताव पर चर्चा की। राज्य सरकार द्वारा अंतिम मंजूरी मिल जाने के बाद उपाध्याय और उनके दर्शन “एकात्म मानववाद” पर लिखे अध्याय को कक्षा नौ के बच्चो को पढ़ाया जाएगा। माना जा रहा है कि ये अध्याय नागरिक शास्त्र की किताब में होगा।
पिछले महीने दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष अरुण मिश्रा को लिखे पत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड के सचिव ने “एकात्म मानववाद” पर सामग्री मांगी थी। मिश्रा ने कहा, “मैंने एकात्म मानववाद पर सामग्री और दीनदयाल जी की जीवनी माध्यम शिक्षा परिषद को भेज दी है।” मिश्रा बीजेपी के प्रकाशन विभाग में जनरल सेक्रेटरी रह चुके हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार स्कूली किताब में शामिल करने के लिए सामग्री के अंतिम चयन के लिए विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों की एक समिति बनायी गयी है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने इस बाबत पूछे जाने पर कहा कि इस समिति ने अभी तक एक बार बैठक की है, हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि इस बैठक में क्या चर्चा हुई। माध्यमिक शिक्षा का प्रभार राज्य के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के पास है। शर्मा ने कहा, “पाठ्यक्रम की समीक्षा और जरूरी होने पर उसमें बदलाव पर विचार करने के लिए समिति बनायी गयी है।” शर्मा से जब ये पूछा गया कि क्या सरकार उपाध्याय पर एक अध्याय शामिल करना चाहती है? इस पर उन्होंने कहा, “समिति की रिपोर्ट का इंतजार है।”
बीजेपी और यूपी सरकार दीनदयाल उपाध्याय का जन्मशातब्दी वर्ष मना रही है। इस मौके पर विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने हाल ही में चंदौली जिले में स्थिति मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जिसे मंजूर कर लिया गया। 25 सितंबर 1916 को जन्मे उपाध्याय इसी स्टेशन पर 11 फरवरी 1968 को मृत मिले थे। जून में राज्य सरकार ने मुगलसराय नगरपालिका का नाम बदल दीनदयाल नगर रखा। सरकार ने पड़ाव चौराहा का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल चौक रखा। अप्रैल में राज्य सरकार ने आगरा में एक सिविल टर्मिनल का नाम भी उपाध्याय के नाम पर रखा।