राहुल गांधी पर गरजे अमित शाह, बोले-जब दिल्ली में होते हैं तब मंदिर क्यों नहीं जाते?
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को सवाल उठाया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जब दिल्ली में होते हैं तो मंदिर क्यों नहीं जाते। टाइम्स अॉफ इंडिया के मुताबिक शाह ने उस अटकलों को खारिज किया कि राहुल गांधी के धर्म पर विवाद उसकी पार्टी ने पैदा किया है। शाह ने कांग्रेस के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें कहा गया था कि वह जैन हैं हिंदू नहीं। शाह ने जवाब में कहा कि हम छह पुश्तों से हिंदू हैं। शाह ने यह भी कहा, ”हमने कभी किसी की भावनाओं को नहीं उठाया। उनके सोमनाथ मंदिर जाने के बाद ही विवाद खड़ा हुआ था। मेरा सिर्फ यह कहना है कि किसी को अपना विश्वास छिपाकर रखना नहीं चाहिए। आखिर क्यों राहुल गांधी दिल्ली के मंदिरों में नहीं जाते?”
उन्होंने आगे कहा, ”हमें कोई परेशानी नहीं है कि कांग्रेस ने तुरंत राहुल गांधी का जनेऊ दिखा दिया। हमें उम्मीद है कि उनकी मां सोनिया गांधी को भी नहीं होगी।” इसके अलावा शाह ने गुजरात विधानसभा चुनावों से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का मकसद 182 में से 150 सीटें जीतना है। उन्होंने राहुल के उस बयान को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि बीजेपी शासन में गुजरात में विकास पिछड़ गया है।
इसके अलावा शाह ने गुजरात विधानसभा चुनावों से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का मकसद 182 में से 150 सीटें जीतना है। उन्होंने राहुल के उस बयान को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि बीजेपी शासन में गुजरात में विकास पिछड़ गया है। यूपी निकाय चुनावों में मिली शानदार जीत पर शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने जनादेश दे दिया है। यह पूछने पर कि गुजरात में जीएसटी और नोटबंदी को लेकर लोगों में असंतोष है तो उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे नोटबंदी के बाद ही आए थे। शाह ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी देश के विकास के लिए अहम सुधारों में से एक थे। पीएम नरेंद्र मोदी खुद जीएसटी से जुड़े मुद्दों को मॉनिटर कर रहे थे। शाह ने कहा कि हम बदलाव ला चुके हैं और कुछ जल्द लेकर आएंगे।