IND vs SL: विराट कोहली के आउट होने पर खेल रुका तो मैदान में घुस आए रवि शास्‍त्री, देखें वीडियो

दिल्‍ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार (4 नवंबर) को श्रीलंकाई खिलाड़ियों द्वारा प्रदूषण के कारण तीन बार खेल रोका गया। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने खराब वातावरण की शिकायत मैदानी अंपायरों से की, जिसके कारण तकरीबन 15 मिनट का खेल रुका। खेल में देरी होते देख भारतीय कप्‍तान विराट कोहली पिच पर ही लेट गए। मैच दोबारा शुरू हुआ और पहली ही गेंद पर रविंचद्रन अश्विन (4) का विकेट गिरा। इसी बीच कप्तान कोहली भी अपने टेस्ट करियर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रनों पर लक्षण संदकाना की गेंद पगबाधा करार दे दिए गए। कोहली के जाने के बाद एक बार फिर खेल रुका। 127वें ओवर में श्रीलंका के टीम मैनेजर असंका गुरुसिंहा मैदानी अंपायरों से कुछ शिकायत करने लगे। उनके जाने के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मैदान पर कदम रखा और मैदानी अंपायरों से बात की। मैदान पर शास्त्री की अंपायरों से क्या बात हुई इस पर गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा, रवि ने साफ तौर पर कहा था कि मैच को जारी रखें रोकें नहीं।

पांच मिनट तक खेल रुकने के बाद मैच एक बार फिर शुरू हुआ लेकिन पांच गेंद बाद श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल ने 10 खिलाड़ी होने के कारण मैच रोक दिया और इसी बीच श्रीलंका टीम के कोच निक पोथास मैदान पर आकर अंपायरों से बात करने लगे। इसी बीच भारतीय ड्रेसिंग रूम से कोहली ने परेशान होकर पारी घोषित कर दी। दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में भरत से जब पूछा गया कि क्या श्रीलंकाई खिलाड़ियों का तीन बार मैच रोकने का मकसद भारतीय खिलाड़ियों की लय को तोड़ना था? इस पर भरत ने कहा, “वह शायद प्रदूषण पर ध्यान केंद्रित करना चाहते थे। उनका ध्यान शायद कहीं और था। हो सकता है कि इससे हमारी लय टूटी हो।”

भरत ने कहा कि मैदान पर इस तरह खिलाड़ियों को विरोध करना सही नहीं रहता क्योंकि वहां अंपायर और रेफरी मैच की हर स्थिति पर ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा, “मैदान पर जो अंपायर होते हैं और मैच रेफरी होता है उसके लिए यह मुद्दा होता है। खिलाड़ियों का काम जाकर विरोध प्रदर्शन करना नहीं है। जब खेल बिना किसी कारण के रोका गया, तब हम चाहते थे कि मैच जारी रहे। क्योंकि हमारा ध्यान इस टेस्ट मैच पर है और हम इसे जीतना चाहते हैं।”

श्रीलंकाई टीम के रवैये से परेशान होकर भारत ने अपनी पारी घोषित कर दी थी। इस पर भरत ने कहा, “एक तरीके से नहीं क्योंकि हम 550 के स्कोर पर ध्यान दे रहे थे, और इसके आसपास का स्कोर हमने बना लिया था तो हमने सोचा की हमें पारी घोषित कर देनी चाहिए।”

 

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