बिहार की इन तीन चीजों को मोदी सरकार ने दिया जीआई टैग!
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार के तीन उत्पादों को ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (जाई) टैग दिया है। इनमें भागलपुर इलाके में होने वाले जर्दालू आम, कतरनी चावल और नवादा जिले में होने वाला मगही पान शामिल है। द टेलीग्राफ के मुताबिक हाल ही में केंद्र सरकार ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है। बता दें कि सरकार कुछ उत्पादों की मौलिकता और बाजार में उसे प्रमुखता दिलाने के उद्देश्य से यह टैग देती है। इसके लिए पैटेन्ट्स, डिजायन एवं ट्रेडमार्क के कंट्रोलर जनरल के दफ्तर में एक आवेदन देना पड़ता है।
भारत सरकार के जीआई जर्नल के 28 नवंबर के अंक में इन तीनों उत्पादों को टैग दिया गया है। जर्दालू आम का टैग भागलपुर के सुल्तानगंज प्रखंड स्थित महेशी गांव के जर्दालू उत्पादक संघ को दिया गया है। कृषि विभाग के सूत्रों ने टेलीग्राफ को बताया कि इस इलाके में सबसले पहले जर्दालू आम का पेड़ अली खान बहादुर ने लगाया था। उसके बाद कई लोगों ने उसे लगाया और आज की तारीख में भागलपुर का इलाका जर्दालू आम के उत्पादन के लिए मशहूर है। जर्दालू आम पीले रंग का होता है जो अपने स्वाद और मीठापन के लिए मशहूर है।
कतरनी चावल का टैग भागलपुर जिले के ही जगदीशपुर गांव के उत्पादकों के संघ को दिया गया है। यह चावल अपने लंबे आकार, स्वाद और सुगंध के लिए मशहूर है। फिल्मों में भी मगही पान पर गाना बन चुका है। यानी इसकी मिठास की कहानी नई नहीं है मगर इसे अब जीआई टैग मिला है। बिहार के नवादा जिले में गया जिले की सीमा पर इस तरह के मगही पान की खास तौर पर खेती होती है। जिले के देवड़ी गांव के मगही पान उत्पादकों के संघ को यह टैग दिया गया है।