सिब्बल की सफाई, मैं सुन्नी वक्फ बोर्ड का वकील नहीं, जब भगवान चाहेंगे तब बन जाएगा मंदिर
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद की सुनवाई के दौरान मामले को 2019 तक टालने की अपील के बाद चौतरफा घिरे कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पूरे 24 घंटे के बाद सफाई दी है। सिब्बल ने अपनी सफाई में पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। सिब्बल ने साफ किया जब भगवान चाहेंगे तभी मंदिर बनेगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिब्बल ने कहा कि पीएम कभी-कभी तथ्यों को जाने बिना बयान देते हैं। सिब्बल ने कहा, ‘पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अयोध्या विवाद में मैं सुन्नी वक्फ बोर्ड की पैरवी कर रहा हूं, लेकिन यह हकीकत नहीं है। मैं सुन्नी वक्फ बोर्ड का वकील नहीं हूं।’
राम मंदिर निर्माण के सवाल पर सिब्बल ने कहा, ‘जब भगवान चाहेंगे तभी राम मंदिर बनेगा। मोदी जी के कहने से मंदिर नहीं बनने वाला। मामला कोर्ट में है।’ उन्होंने कहा, ‘हम भगवान में मानते हैं। हम मोदी जी को नहीं मानते हैं। पीएम मोदी मंदिर नहीं बनाने वाले हैं। जब भगवान चाहेंगे तभी यह बनेगा। कोर्ट फैसला करेगा।’
वरिष्ठ वकील सिब्बल ने पीएम पर हमला करते हुए कहा कि पीएम के बयान से देश का भला नहीं होने वाला है। इससे विवाद ही पैदा होगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कभी बेरोजगारी, महाराष्ट्र और गुजरात के किसानों की आत्महत्या पर सवाल नहीं उठाते हैं। सिब्बल ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी के कारण कारोबार बैठ गया है। उद्योगपति खुश नहीं है और छोटे कारोबार वाले मुश्किल में हैं। शिक्षा की हालत देश में खराब है। प्रदूषण की वजह से बच्चे सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘पीएम को फिक्र है कि अदालत में क्या हुआ। इससे देश की समस्या नहीं सुधरने वाली है।’
गौरतलब है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल ने कहा था कि अयोध्या विवाद की सुनवाई को 2019 के आम चुनाव तक टाल देना चाहिए। इस बयान पर हमला बोलते हुए गुजरात की एक रैली में पीएम मोदी ने कहा कि आखिर 2019 में चुनाव कांग्रेस लड़ेगी या फिर सुन्नी वक्फ बोर्ड चुनाव लड़ेगा। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘ मुझे इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है कि कपिल सिब्बल मुस्लिम समुदाय की तरफ से लड़ रहे हैं पर वह यह कैसे कह सकते हैं कि अगले चुनाव तक अयोध्या मामले का कोई हल नहीं होना चाहिए? इसका संबंध लोकसभा चुनाव से कैसे है?’