चीन का दावा, उसके क्षेत्र में घुसा भारतीय ड्रोन, देश की संप्रभुता का बताया उल्लंघन
चीन ने भारतीय ड्रोन के चीनी हवाई क्षेत्र में घुसने का आरोप लागाया है। चीनी सेना के पश्चिमी कमान ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है। पड़ोसी देश ने मानवरहित ड्रोन के घुसने का स्थान और समय के बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया है। पश्चिमी कमान के अधीन तिब्बत से लगती सीमा आती है जहां कई बार दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ चुकी हैं। भारतीय रक्षा मंत्रालय की ओर से चीनी दावे पर कोई बयान सामने नहीं आया है।
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने गुरुवार को भारतीय ड्रोन के चीनी क्षेत्र में घुसने की जानकारी दी है। एजेंसी और चीनी सरकार की ओर से इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। सेना के पश्चिमी कमान के कांबेट ब्यूरो के उपप्रमुख झांग शुइली ने बताया कि मानवरहित ड्रोन चीनी हवाई क्षेत्र में घुसकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जवानों ने पूरी छानबीन कर ली है। झांग ने कहा, ‘भारत का यह कदम चीनी संप्रभुता का अतिक्रमण है। चीन इससे बेहद असंतुष्ट है और इसका विरोध करता है। चीन हर हाल में अपने मिशन और अपनी जिम्मेदारी को पूरा करेगा। इसके साथ ही अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा पूरी दृढ़ता से करेगा।’ मालूम हो कि भारत और चीन की सेना सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में आमने-सामने आ गई थी। यह मामला 73 दिनों के बाद 28 अगस्त को खत्म हुआ था।
चीनी सेना ने भूटान के अधिकारक्षेत्र वाले इलाके में सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया था। भारत ने इस कदम को रोक दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया था। भारत शांत सीमाई इलाकों में यथास्थिति का हिमायती रहा है। मालूम हो कि चीन पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल को लेकर भी अक्सर अपने तेवर तल्ख करता रहता है। कुछ महीने पहले बौद्ध धर्मगुरु तवांग गए थे, जिसपर चीन ने कड़ा ऐतराज जताया था। इसके अलावा भारतीय रक्षा मंत्री के अरुणाचल दौरे पर भी बीजिंग ने सख्त बयान जारी किया था।