हार्दिक पटेल के खिलाफ केस दर्ज, चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस ने की कार्रवाई
गुजरात में दो दशक से भी ज्यादा समय से सत्ता पर काबिज भाजपा को चुनौती देने वाले युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस ने उनके खिलाफ तय शर्तों को तोड़ने के मामले में केस दर्ज किया है। सूरत पुलिस ने शुक्रवार को यह कार्रवाई की है। मालूम हो कि हार्दिक राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार हमलावर रहे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधे जुबानी हमला बोलते रहे हैं। आयोग की कार्रवाई से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पाटीदार नेता ने जनक्रांति महारैली के लिए चुनाव अयोग से मंजूरी ली थी। कुछ शर्तों के साथ उनकी चुनावी सभा को अनुमति दी गई थी। लेकिन, उन पर इन शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। मामला संज्ञान में आने पर आयोग ने आगे की कार्रवाई करते हुए स्थानीय सरथना पुलिस को मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। इस पर अमल करते हुए उनके खिलाफ धारा 36, 134 और 72(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत शनिवार को वोट डाले जाएंगे। हार्दिक पटेल इस चुनाव में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। वह विकास के गुजरात मॉडल को भी खारिज कर चुके हैं।
हार्दिक ने पटेलों के लिए आरक्षण की मांग के समर्थन में गुजरात में व्यापक प्रदर्शन किया था। राज्य के प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच उनकी पैठ को देखते हुए कांग्रेस ने उनकी अधिकतर शर्तों मान लिया था। हालांकि, संविधान के प्रावधानों के कारण कम उम्र होने के चलते वह खुद चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। हार्दिक के अलावा दलित नेता जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकुर भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इससे सत्तारूढ़ दल की चिंताएं बढ़ गई हैं। यही वजह है कि प्रधानमंत्री अपने गृह राज्य में लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं, ताकि गुजरात में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बन सके।