अभिनेता कमल हासन बोले- भगवा मेरा रंग नहीं, भाजपा में जाने की अटकलों को किया खारिज
राजनीति में आने की अटकलों के बीच अभिनेता-निर्देशक कमल हासन ने शुक्रवार को केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से मिले। यह मुलाकात तिअनंतपुरम में हुई। इसके बाद वह पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे (राजनीति में प्रवेश) में केरल के सीएम से बात करता रहा हूं, सलाह लेता रहा हूं। अंतिम फैसला लेने से पहले और नेताओं से मिलूंगा।’ जब उनसे पूछा गया कि आपका राजनीतिक झुकाव किस ओर है तो उन्होंने कहा, ‘मैं फिल्मों में 40 साल से हूं। मेरे कई रंग हैं, पर भगवा मेरा रंग नहीं है।’ यानी उन्होंने संकेत दे दिया कि वह भाजपा में नहीं जाएंगे। कमल हासन ने कहा कि वो राजनीति में मध्य मार्ग अपनाना चाहते हैं और किसी भी विचारधारा में जाने का उनका मकसद नहीं है। हासन ने कहा कि वह विजयन से पिछले साल ही मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन एक हादसे की वजह से आ नहीं सके। उन्होंने इस मुलाकात को ‘सीखने का अनुभव’ बताया। केरल के सीएम ने कहा, ‘यह दोस्ताना दौरा था, लेकिन राजनीति हमारी बातचीत का हिस्सा थी। हमने दक्षिण भारत की राजनीति और तमिलनाडु की घटनाओं पर बात की।
कमल हासन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी द्रमुक नेताओं के साथ मंच भी साझा किया था। इस कार्यक्रम में रजनीकांत भी मौजूद थे। कार्यक्रम द्रमुक के मुखपत्र मुरासोली के 75 साल पूरे होने के मौके पर था। बता दें कि कुछ समय से रजनीकांत के भी राजनीति में आने की अटकलें लग रही हैं। उन्हें लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बयान भी दिया है कि उनकी पार्टी में उनका स्वागत है, पर अंतिम फैसला रजनीकांत को ही लेना है। उधर, द्रमुक नेता स्टालिन कई बार कमल हासन की तारीफ कर चुके हैं। स्टालिन यह संकेत भी दे चुके हैं कि कमल हासन राजनीति में आ सकते हैं। दूसरी ओर, एआईएडीएमके नेता लगातार हासन पर हमलावर रहे हैं।