पिता के हत्यारे को मारी थीं 32 गोलियां, पकड़ा गया तो बोला- गूगल में सर्च कर लो मेरे कारनामे

बिहार पुलिस ने एक कांट्रैक्ट किलर को गिरफ्तार किया है। आरोपी अविनाश कुमार श्रीवास्तव उर्फ अमित आईटी पेशेवर रह चुका है। पिता और राजद नेता लल्लन श्रीवास्तव की वर्ष 2003 में हत्या के बाद वह हत्यारा बन गया था। उसने पिता के हत्यारे पप्पू खान को 32 गोलियां मारी थीं। अविनाश ने पुलिस को बताया कि इसके बाद वह कांट्रैक्ट किलर बना गया। गैंग्स ऑफ वासेपुर-2 फिल्म से प्रेरित अविनाश खुद को साइको किलर कहता है। उसने कहा कि यकीन न हो तो गूगल पर सर्च कर उसके कारनामे को देख लिया जाए।

‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, अविनाश, उसकी मां और उसके एक अन्य सहयोगी को पुलिस ने शनिवार को वैशाली में दबोचा था। उसे पिछले सप्ताह एक सेवानिवृत्त शिक्षक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हत्या के लिए उसे 80,000 रुपये दिए गए थे। वैशाली के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि अविनाश को पिछले साल 26 जुलाई को उसके सहयोगियों के साथ एक बैंक में डाका डालने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया था। एसपी ने बताया कि एक महीने पहले ही वह जमानत पर छूटा था और एक सप्ताह पहले एक रिटायर्ड शिक्षक की हत्या कर दी थी। उसके सहयोगी सतीश पासवान को भी पकड़ा गया है। सतीश ही बाइक चलाकर अविनाश को ले गया था। अविनाश की मां को अपराधी को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में एक अन्य अपराधी धर्मेंद कुमार फरार है। उसके ठिकाने से पिस्टल, जिंदा कारतूस, दो बाइक और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

इंफोसिस में था इंजीनियर: अविनाश इंफोसिस कंपनी में इंजीनियर था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि पिता की हत्या से पहले बतौर आईटी पेशेवर उसकी गाड़ी अच्छी तरह से चल रही थी। उसने जहानाबाद जेल ब्रेक कांड पर एक किताब भी लिखी है। वह खुद को ‘गूगल फिगरिंग साइको किलर’ बताता है। उसने वर्ष 2003 के बाद से अब तक 18 हत्याएं करने की बात कबूल की है।

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