कोलकाता में पैदा हुई ‘जलपरी’, लिंग पता करने को डॉक्टर्स के छूटे पसीने

कोलकता में बुधवार को एक ‘जलपरी’ नवजात के जन्म का आजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक नवजात के जन्म के बाद लोग उसे जलपरी मान रहे हैं। हालांकि बच्चे ने जन्म के 4 घंटे बाद ही दम तोड़ दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डॉक्टर्स कई घंटों के बाद भी नवजात के लिंग का पता नहीं लगा पाए थे क्योंकि बच्चे के पेट के नीचे का शरीर जुड़ा हुआ था। बच्चे का निचला शरीर इस तरह से जुड़ा हुआ था जिससे देखने वालों को वह जलपरी की तरह लगी। बता दें कि भारत में जलपरी जैसे बच्चे के जन्म का यह दूसरा मामला है। इससे पहले उत्तर प्रदेश में एक महिला ने ऐसे बच्चे को जन्म दिया था जिसे लोग जलपरी मान रहे थे।

23 वर्षीय महिला ने कोलकता के चित्रंजन देव सदन अस्पताल में बुधवार की सुबह एक बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे की मां का नाम मुस्कुरा बीबी बताया जा रहा है। बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर्स उसके लिंग का पता नहीं लगा पा रहे थे क्योंकि बच्चे के शरीर का ऊपरी भाग सामान्य था लेकिन नीचे का शरीर अजीबोगरीब था।

बच्चे का नीचे का शरीर आपस में इस तरह जुड़ा हुआ था जैसे जलपरी की पूंछ का होता है। इसके बाद लोग उसे जलपरी मानने लगे। हालांकि जन्म के 4 घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई थी। दरअसल मुस्कुरा बीबी एक गरीब परिवार से हैं और उनके पास इतने भी पैसे नहीं थे की वह प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड भी करा सकें। इसलिए जन्म के बाद ही उन्हें बच्चे की कंडीशन के बारे में पता चला था।

‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर सूदीप साहा का कहना है कि परिवार की माली हालत ठीक न होने की वजह से बच्चे की मां को प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टीक आहार और सही दवाइयां नहीं मिल पाई हैं। खून की कमी और मां के द्वारा बच्चे तक सही मात्रा में पोषण न पहुंचने की वजह से मां ने असामान्य बच्चे को जन्म दिया। इस तरह की कंडीशन को sirenomelia or ‘mermaid syndrome’ कहा जाता है, जो 1 लाख बच्चों में से एक में हो पाए जा सकते हैं।

 

 बता दें कि भारत में पहली बार ऐसा मामला साल 2016 में सामने आया था। उत्तर प्रदेश में एक महिला ने पहले ‘mermaid baby’ को जन्म दिया था। हालाकिं वह नवजात जन्म के 10 मिनट बाद तक ही जीवित रह पाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *