मोदी के मंत्री बोले- लड़की अगर जींस पहनकर मंडप आई तो कोई उससे शादी नहीं करेगा
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई लड़की जींस पहनकर विवाह के मंडप में आएगी तो उससे कोई लड़का शादी नहीं करेगा। जिस वक्त उन्होंने ये बातें कहीं, उस वक्त उनके साथ मंच पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी थे। दरअसल, रविवार (10 दिसंबर) को गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के स्थापना दिवस के समापन समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद गोरखनाथ मंदिर का अकैडमिक वेंचर है। केंद्रीय मंत्री ने संतों पर भी निशाना साधा और कहा कि अगर वो भी पारंपरिक वेश-भूषा को छोड़ जींस पहनते हैं तो समाज उनकी कद्र नहीं करेगा।
सत्यपाल सिंह ने इस मौके पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तारीफ की और कहा कि यह संस्थान हिन्दू संस्कृति के मूल्यों के संरक्षण में अपनी महती भूमिका निभा रहा है। इसके साथ ही शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। बता दें कि गोरखनाथ मंदिर स्कूलों के अलावा, अस्पताल, ब्लड बैंक और आयुर्वेदिक चिकित्सालय का भी संचालन करता है। उन्होंने इस मौके पर शिक्षा को रोजगार से जोड़ने की भी वकालत की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शिक्षा की अलख जगाने के साथ ही शिक्षण संस्थानों को अगली पीढ़ी को मानवीय मूल्यों से भी अवगत कराना चाहिए।
इस मौके पर सत्यपाल सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर दो किताबों- ‘भारतीय संस्कृति’ और ‘गोरक्षपीठ: योग एवं संत परंपरा’ का विमोचन भी किया। इन दोनों किताबों में सीएम के लेखों का संग्रह है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान का सबसे सुंदर रचना इंसान हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर के बनाए इंसान अनुपयोगी या क्षमता विहीन नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि उसकी क्षमताओं का विकास एक गुरू करता है। उन्होंने गोरक्षपीठ की इसी परंपरा का गुणगान भी किया।
योगी ने कहा कि जनसंख्या के लिहाज से यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है। िसलिए यहां कई तरह की चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से पार पाने के लिए राज्य में शिक्षा व्यवस्था का दुरूस्त होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बाबत व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव किया जा रहा है।
योगी ने कहा कि राज्य में ऐसी शिक्षा का प्रारूप तैयार किया जा रहा है, जो राष्ट्रीयता से ओतप्रोत हो। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से बच्चों को मूल्य और आदर्शपरक सांस्कारिक शिक्षा देने की व्यवस्था की जा रही है।