लेफ्ट दलों का निशाना- ‘पाक साजिश’ का शोर मचाने से बेहतर काम पर ध्यान दें पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मनमोहन सिंह पर ‘पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश रचने’ की टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया है और वामदल एवं जनतादल यूनाइटेड (जदयू) ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र के लिए ‘चिंताजक और अनुपयुक्त’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आरोपों में कोई गंभीरता है तो उन्हें उसके आधार पर कार्रवाई करनी चाहिए न कि गुजरात चुनाव प्रचार में उसे उठाना चाहिए।
भाकपा नेता डी राजा ने कहा, वह घरेलू चुनाव में पाकिस्तान को घसीट रहे हैं …..यदि वह वाकई गंभीर हैं तो उन्हें यह मुद्दा कांग्रेस के साथ उठाना चाहिए था। सरकार के प्रमुख के तौर पर वह उपयुक्त कार्रवाई कर सकते थे। उसके बजाव वह उसे चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। मैं समझता हूं कि यह लोकतंत्र में उपयुक्त नहीं है। माकपा ने कहा कि मोदी द्वारा किया गया खुलासा स्तब्धकारी है, ‘‘क्या प्रधानमंत्री कार्रवाई करेंगे?’ जदयू नेता पवन वर्मा ने कहा कि मोदी को ऐसे मुद्दों के बजाय शासन के बारे में बात करनी चाहिए।
वर्मा ने कहा, ‘लेकिन उसके बजाय, वह गुजरात में पाकिस्तान के दखल देने की बात शुरु कर देते हैं। (उन्होंने जो कुछ कहा है) वह मणिशंकर के बयान के बजाय सबूतों पर अधिक आधारित होना चाहिए।’ गुजरात के पालनपुर में कल एक चुनावी सभा में मोदी ने दावा किया था कि मणिशंकर अय्यर के घर कुछ पाकिस्तानी अधिकारियों एवं मनमोहन सिंह ने गुजरात चुनाव पर चर्चा करने के लिए बैठक की थी।