भारत पर ‘हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान’ के आधार पर नहीं किया जा सकता शासन: असदुद्दीन ओवैसी
आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि भारत पर ‘हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान’ के आधार पर शासन नहीं किया जा सकता। ओवैसी ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि उन्होंने बतौर सांसद उर्दू में तीन बार शपथ ली है और वह 2019 में फिर ऐसा ही करेंगे। इस खबर में दावा किया गया था कि बसपा के एक निगम पार्षद के उर्दू में शपथ लेने पर उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ नगरपालिका में भाजपा और बसपा के सदस्यों के बीच मंगलवार को झड़पें शुरू हो गई।
हैदराबाद से लोकसभा सांसद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सांसद के तौर पर मैंने तीन बार उर्दू में शपथ ली है तो क्या यह असंवैधानिक है और इंशाल्लाह 2019 में एक बार फिर उर्दू में शपथ लूंगा। भारत पर हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान के आधार पर शासन नहीं किया जा सकता।’’
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार (11 दिसंबर) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि अगर पीएम मोदी को ऐसा लगता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने देशद्रोह किया है तो वो उनके खिलाफ एनआईए की जांच क्यों नहीं बैठाते या अवांछित गतिविधि (रोकथाम) अधिनिनयम या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई क्यों नहीं करवाते। दरअसल पीएम मोदी ने गुजरात चुनावों के दौरान रैलियों में रविवार (10 दिसंबर) को यह आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेताओं के एक समूह ने मणिशंकर अय्यर के आवास पर पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ बैठक की थी।