महिला सीरियल किलर: वृद्धाश्रम की आड़ में कत्ल कर आश्रम में ही दफना देती थी लाश
इतिहास में ऐसी कई सीरियल किलिंग की घटनाएं हुई हैं जिनके बारे में जानकर आज भी लोग सिहर जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। हम बात कर रहे हैं डोरोथा हेलेन पेंटे की। यह महिला सीरियल किलर वृद्ध आश्रम की आड़ में लोगों को पहले लूटती थी और बाद में उन्हें अधिक मात्रा में ड्रग्स देकर मार देती थी। डोरोथा हेलेन पेंटे ने करीब 9 लोगों को इसी तरह मौत के घाट उतारा था। चलिए बताते हैं इस महिला सीरियल किलर की खौफनाक कहानी।
बुजुर्ग अवस्था में लोगों को मजबूरी में वृद्ध आश्रमों की शरण लेनी पड़ती है। ये लोग वृद्ध आश्रम चलाने वाले को किसी भगवान से कम नहीं मानते लेकिन डोरोथा हेलेन पेंटे ऐसी महिला थी जो बुजुर्ग लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपना शिकार बनाती थी।
सीरियल किलर महिला पेंटे 1980 के आसपास एक वृद्घाश्रम चलाती थी। धीरे-धीरे उसने वहां रहने वाले लोगों को लूटना शुरू कर दिया। वृद्धाश्रम के लोगों को लूटकर यह सीरियल किलर बड़ी बेहरमी से उनका कत्ल कर देती थी और लाश को आश्रम में ही दफना देती थी।
1985 में पेंटे ने कचरा भरने वाले एक बॉक्स में कई लोगों का कत्ल कर उनके शव को भर दिया और उस बॉक्स को नदी में फेंक दिया जो बाद में कुछ मछुवारों के हाथ लग गया था। 11 नवबंर 1988 को एक 78 वर्षीय लापता बुजुर्ग की जांच के दौरान पेंटे को गिरफ्तार किया गया था। एक सोशल वर्कर ने बुजुर्ग की लापता की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इसके बाद पुलिस ने पेंटे और उसके आश्रम से लापता लोगों की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान उन्हें पता चला कि उसने अपने आश्रम में ही करीब 7 शवों को दफनाया था। हालांकि पेंटे ने हमेशा यही दावा किया कि उन सभी मौत प्राकृतिक थी।
1992 में उसे कई हत्याओं का दोषी पाया गया और उम्रकैद की सजा सुनाई गई। 27 मार्च 2011 में कैलीफोर्निया में सजा काट रही पेंटे की मौत हो गई थी। बता दें कि डोरोथा हेलेन पेंटे का जन्म कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनो काउंटी में 9 जनवरी सन् 1929 को हुआ था। जब वह 4 साल की थी तब उसके पिता का निधन हुआ था और जब वह 6 साल की हुई तो मां का निधन हो गया था। इसके बाद पेंटे को रिश्तेदार ने रख लिया था।