अजीब त्योहार: मरे हुए लोगों को कब्र से निकाल मनाते हैं जश्न, नए कपड़ें पहना लगाते हैं चश्मा

इंडोनेशिया के सुलावेसी आइलैंड पर हर तीन साल में मरे हुए लोग कब्र से बाहर निकल आते हैं। सुनने में यह थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सच है। दुनियाभर में ऐसे बहुत से त्योहार, परंपराए और रीति-रिवाज मनाएं जाते हैं जो अपने आप में अजीबोगरीब लगते हैं। सुलावेसी आइलैंड पर कब्र से निकलने वाले नरकंकाल भी ऐसी एक परंपरा का हिस्सा है। इंडोनेशयाई आइलैंड सुलावेसी पर इसे मा’नेने फेस्टिवल के नाम से जाना जाता है। मा’नेने का मतलब है लाश की सफाई का समारोह। चलिए बताते हैं इस समारोह और यहां के लोगों के बारे में कुछ रोचक बातें।

मा’नेने, इंडोनेशयाई आइलैंड सुलावेसी पर जीवनव्यापन करने वाली जनजाति टोरजन जाति का त्योहार है। यह त्योहार टोरजन जाति के लोग हर तीन साल बाद मनाते हैं। वैसे तो इस आइलैंड पर क्रिश्चियन और मुस्लिम धर्म के करीब 6 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही लोग यह त्योहार मानते हैं।

मा ‘नेने’ फेस्टिवल पर टोरजन जाति के लोग अपने रिश्तेदारों के शवों को कब्र खोदकर बाहर निकालते हैं। शवों को कब्र से बाहर निकालकर नहलाया धुलाया जाता है, उन्हे सजाया जाता है। जो कपड़े वो कभी पहनना पसंद करते हैं वो कपड़े पहनाए जाते हैं। यहां तक कि अच्छा दिखने के लिए शवों को चश्मा भी पहनाया जाता है। आखिर में शवों को वापस उनकी कब्र में दफना दिया जाता है।

टोरजन जाति के लोग इस त्योहार के बारे में मानते हैं कि शवों को नहलाने, सजाने से उनकी आत्माएं खुश होती हैं और उन्हें आशिर्वाद देती हैं। यहां के लोग अपने रिश्तेदारों की आत्मा की शांति के लिए सुअर और भैंस की बलि भी देते हैं।

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