रैन बसेरों में लोगों को ‘चाय और रस्क’ देगी दिल्ली सरकार
दिल्ली के रैन बसेरों में दिल्ली सरकार लोगों को चाय और रस्क यानी सूखी रोटी नाश्ते में देगी। सरकार की ओर से शुक्रवार को की गई घोषणा के मुताबिक राजधानी के रैन बसेरों में लोगों को शनिवार से शुरू कर जनवरी के अंत तक नाश्ते में चाय के साथ रस्क दिया जाएगा, जोकि निराश्रय लोगों को ठंड से राहत दिलाने का प्रयास है। दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) की ओर से शीतकालीन कार्ययोजना की घोषणा के साथ कहा गया कि चार सदस्यीय मेडिकल टीम सप्ताह में दो बार रैन बसेरों का दौरा करेगी और बीमारों की जानकारी लेगी। इन आश्रय स्थलों में निवास करने वालें सभी लोगों को मुफ्त में नाश्ता दिया जाएगा।
डीयूएसआईबी के सीईओ शूरवीर सिंह ने कहा, “16 दिसंबर से 31 जनवरी तक सभी आश्रय स्थलों में सुबह में चाय और रस्क दिया जाएगा। हमने अपने विभाग को भी काम में लगाया है। चार सदस्यीय मेडिकल टीम सप्ताह में दो बार रैन बसेरों का दौरा करेगी। यह काम सोमवार से शुरू होगा। ”
उन्होंने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक को उनके पड़ोस के रैन बसेरों की देखभाल करने को कहा गया है। मेडिकल टीम का दौरा रात के 7 बजे से 11 बजे के बीच होगा। वर्तमान में 83 रैन बसेरों में गीजर लगाए गए हैं और कई अन्य में बिजली के अलावा मनोरंजन के लिए टीवी लगाए गए हैं। महिलाओं के लिए 20 रैन बसेरे हैं जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बोर्ड की ओर से 251 रैन बसेरे चलाए जा रहे हैं जिनमें 83 स्थायी मकान में चल रहे हैं 113 पोर्टा केबिन में चल रहे हैं। इसके अलावा 55 अस्थायी आश्रय स्थल टेंट में चल रहे हैं।
बोर्ड द्वारा करीब 20,000 लोगों के रहने का इंतजाम किया गया है जबकि निराश्रय लोगों की तादाद महज 10,000 हैं। बोर्ड के एक सदस्य ने बताया कि हालिया सर्वेक्षण के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में 40,000 लोग आश्रयविहीन हैं। विभाग की ओर से आश्रय विहीन लोगों को रैन बसेरों में लाने के लिए 20 रेस्क्यू टीमों को काम पर लगाया जाएगा जोकि दिन-रात काम करेंगी। कोई भी व्यक्ति आश्रय विहीन लोगों की जानकारी फोन नंबर- 011-23378789/8527898295/96 पर फोन करके नियंत्रण कक्ष को दे सकता है। बोर्ड प्रमुख ने बताया कि एम्स के सबवे, जहां सैकड़ों लोग रात में आश्रय की प्रतीक्षा में रहते थे उसे शनिवार से खोल दिया जाएगा।