राजेश खन्ना की वजह से खत्म हो गया था राजेंद्र कुमार का फिल्मी करियर, मजबूरन बेचना पड़ा था अपना लकी बंगला
बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया है …’ सूरज फिल्म का ये गाना आज भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस फिल्म के एक्टर राजेंद्र कुमार की गिनती अपने समय के शानदार एक्टर्स की लिस्ट में की जाती हैं। राजेंद्र कुमार ने बतौर एक्टर कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। राजेंद्र कुमार ने अपने समय में बहुत से ऐसी फिल्में दी थी जिसे लोग आज भी देखना पसंद करते हैं। शुरुआती दौर में राजेंद्र कुमार को भी इंडस्ट्री में खूब कामयाबी हासिल हुई। लेकिन फिर एक ऐसा एक्टर आया जिसकी वजह से इनकी स्टारडम पूरी तरह से खत्म हो गई। वह एक्टर कोई और नहीं बल्कि सुपरस्टार राजेश खन्ना थे। हम बात कर रहे हैं सन 1964 की। उस दौर में राजेंद्र कुमार की तूती बोलती थी, हर सिनेमा घर में उनकी फिल्में चलती थी। लेकिन ये सिलसिला ज्यादा दुनों तक नहीं चल पाया और 1970 के आते-आते उनका स्टारडम फीका पड़ने लगा।
इसकी सबसे बड़ी वजह थे राजेश खन्ना। राजेश खन्ना की ‘आराधना’ फिल्म को दर्शकों से इतना प्यार मिला जिससे राजेश खन्ना रातों-रात स्टार बन गए। बस यहीं से जहां एक तरफ राजेंद्र कुमार का करियर नीचे जाने लगा। वहीं दूसरी तरफ राजेश खन्ना की सभी फिल्में लगातार हिट होने लगी। इसके बाद सभी डायरेक्टर और प्रोड्यूसर राजेंद्र कुमार को छोड़ राजेश खन्ना की ओर चल पड़े थे।
राजेंद्र कुमार ने तो अपने आप को किसी तरह संभाल लिया, लेकिन मजबूरन उन्हें अपना लकी बंगला बेचना पड़ा। इस बंगले को खरीदने वाला भी कोई और नहीं बल्कि राजेश खन्ना ही थे। राजेश खन्ना को ये बात पता था कि इस बंगले में आने के बाद ही राजेंद्र कुमार की किस्मत पलटी थी। यही वजह थी कि राजेश इस बंगले को हर हाल में अपना बनाना चाहते थे। हालांकि उस दौरान राजेश खन्ना के पास बंगले की कीमत साढ़े तीन लाख रुपए नहीं थे ल्किन उन्होंने प्रोड्यूसर से एडवांस मांगकर यह बंगला अपने नाम किया था।