खट्टर सरकार का ‘शाही’ मंथन शुरू

हरियाणा की राजनीति में चर्चाओं का केंद्र बना प्रदेश सरकार का तीन दिवसीय चिंतन शिविर आज से परवाणु स्थित टिंबर ट्रेल में शुरू हो गया। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को छोड़ बाकि सभी मंत्री व अधिकारी राज्य परिवहन की वोल्वो बस में सवार होकर परवाणु पहुंचे। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी शुक्रवार निजी व्यस्तता के चलते चिंतन शिविर में नहीं पहुंचे। अभिमन्यु शनिवार को शिविर में शामिल होंगे। शुक्रवार सुबह हरियाणा सिविल सचिवालय से वोल्वो की दो बसों में सवार होकर पूरी सरकार टिंबर ट्रेल के लिए रवाना हुई। तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह करीब साढ़े 9 बजे ही मंत्री व अधिकारी सचिवालय पहुंचने शुरू हो गए थे। करीब दस बजे सीएम मनोहर लाल खट्टर सचिवालय पहुंचे। उन्होंने वहां पहले से मौजूद मंत्रियों व अधिकारियों के साथ दुआ-सलाम के बीच मीडिया से बातचीत की। चिंतन शिविर पर _विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर सीएम ने कहा, ‘विपक्ष को इस तरह के कार्यक्रमों में कोई विश्वास नहीं है। सरकार के अब तक के प्रदर्शन का आकलन करने और प्रदेश के लिए भावी योजनाएं तैयार करने के लिए शिविर आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास समीक्षा करने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान कोई प्रगति नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि वे केवल अपने स्वयं के और अपने परिवारों के विकास के लिए चिंतित थे। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि एक एकांत और शांतिपूर्ण स्थान पर चिंतन शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया ताकि जनहित के मुद्दों पर बिना किसी बाधा के विचार-मंथन किया जाए सके । अकेले-अकेले जाने की बजाये हमने बस से परवाणु जाने का फैसला किया क्योंकि इससे टीम भावना पैदा करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए विजन 2030 पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिविर के समापन दिवस पर सभी विधायक भी उपस्थित रहेंगे। अधिकारियों के रूम शेयर को लेकर छिड़े विवाद पर सवाल किया तो सीएम ने कहा, जैसा कार्यक्रम होता है उसी हिसाब से व्यवस्था की जाती है। आज शुरू हुए चिंतन शिविर में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु नहीं पहुंचे। उनके नहीं पहुंचने से कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। हालांकि वित्त मंत्री अपने पिता के जन्म दिवस समारोह में व्यस्त थे। अभिमन्यु शनिवार को शिविर में भाग लेंगे।

मंत्रियों व अधिकारियों को टिंबर ट्रेल तक छोड़ने के लिए दो वोल्वो बसें मंगवाई गई थीं। पहली बस में सीएम सबसे पहली सीट पर बैठे और उनके साथ स्पीकर कंवरपाल गुर्जर बैठे। इसी बस में अधिकांश मंत्री और अधिकारी सवार हुए। सबसे पहले यही बस रवाना हुई। कुछ देर बार संसदीय कार्यमंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा पहुंचे तो वह दूसरी बस में पहली सीट पर बैठे। इस बस में अधिकांश अधिकारी मौजूद रहे।

विज ने सीएम के आदेश को हवा में उड़ाया

चिंतन शिविर शुरू होने से पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने सभी मंत्रियों तथा अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे कि कोई भी प्रतिनिधि अपनी कार व निजी स्टाफ को साथ लेकर नहीं जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर इन आदेशों का कोई असर नहीं दिखाई दिया। वह सचिवालय नहीं पहुंचे बल्कि करीब सवा 11 बजे सीधे अपनी सरकारी कार से टिंबर ट्रेल पर ही पहुंचे। मीडिया से बातचीत में विज ने कहा, मैं अकेला ही चलता हूं। इससे पूर्व विज कह चुके हैं, मैं जहां खड़ा हो जाता हूं लाइन वही से शुरू होती है। पूर्व की सरकारों पर कटाक्ष करते हुए विज ने कहा, कांग्रेस ने तो दस वर्षों तक चिंतन किया ही नहीं।

सीएमओ से केवल तीन गए

चिंतन शिविर में अधिकारियों को छोड़ दें तो मुख्यमंत्री कार्यालय से केवल तीन ही लोगों को चिंतन शिविर में जाने का मौका मिला। सीएम के प्रधान ओएसडी नीरज दफ्तौर तथा दोनों एडीसी-रजनीश गर्ग और आलोक वर्मा सीएम के साथ गए हैं। मंत्रियों के अलावा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव भी चिंतन शिविर में गए हैं। सीएम के मीडिया सलाहकार अमित आर्य और कैप्टन भूपेंद्र सिंह को इस शिविर में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा। लिहाजा वह टिंबर ट्रेल से ही वापस चंडीगढ़ लौट आए।

 

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