बिहार में सिख श्रद्धालुओं पर राजनीति, नीतीश ने टाली विकास यात्रा, राजद का बंद

बिहार में सत्ताधारी दल जनता दल यूनाइडेट (जदयू) और मुख्य विपक्षी दल राजद के बीच तनातनी लगातार जारी है। नीतीश सरकार की खनन नीति के विरोध में राजद ने 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है तो इस पर जदयू ने सवाल उठाते हुए राजद की धर्मनिरपेक्षता का मजाक उड़ाया है और इसे सिख श्रद्धालुओं से जोड़ दिया है। दरअसल, गुरू गोविंद सिंह की 350 वीं जयंती का समापन समारोह 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक हो रहा है। इसलिए माना जा रहा है कि सिख श्रद्धालु एक-दो दिन पहले पटना पहुंचेंगे। जदयू ने कहा है कि राजद के बंद से श्रद्धालुओं को परेशानियां होंगी।

बिहार जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय कुमार सिंह ने पटना में शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि नीतीश कुमार ने गुरू गोविंद सिंह की 350 वीं जयंती के समापन समारोह (शुक्राना समारोह) को ध्यान में रखते हुए अपनी विकास समीक्षा यात्रा टाल दी है। समारोह का आयोजन 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक हो रहा है, वहीं दूसरी ओर राजद ने रेत खनन के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। जदयू नेता के मुताबिक समापन समारोह के बाद सीएम की यात्रा शुरू होगी।

उन्होंने कहा कि दुनिया भर से सिख श्रद्धालुओं की अगवानी करने के लिए कुमार ने अपनी यात्रा टाल दी है जबकि राजद बंद का आयोजन कर रहा है जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को बंद का आह्वान करने का अधिकार है लेकिन इसने धर्मनिरपेक्षता के प्रति राजद की तथाकथित प्रतिबद्धता को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि बंद सिर्फ बिहार सरकार की ओर लक्षित नहीं है बल्कि यह सिख समुदाय के खिलाफ भी है। संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता नीरज कुमार भी थे।

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि ट्रेन और विमान टिकटें आरक्षित करा चुके लोगों ने उन्हें फोन कर राजद के बंद और उनके समक्ष पेश आने वाले संभावित समस्या के बारे में पूछा। उन्होंने कहा, “मैं लालू प्रसाद से बिहार को बदनाम नहीं करने और श्रद्धालुओं के लिए समस्या पैदा नहीं करने का अनुरोध करूंगा।” पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने भी राजद के बंद का समर्थन किया है। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस का रूख जानना चाहा और पार्टी से अपना रूख स्पष्ट करने को कहा।

वहीं, राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने जदयू के आरोपों को खारिज कर दिया कि सिख श्रद्धालुओं को बंद के दौरान समस्या का सामना करना पड़ेगा क्योंकि पार्टी ने एंबुलेंस, ट्रेन और उड़ान सेवाओं सहित आपातकालीन सेवाओं को छूट दी है। सिख श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि पार्टी कार्यकर्ता उनकी मदद करेंगे। हालांकि, बिहार कांग्रेस प्रमुख कौकब कादरी से फोन पर संपर्क करने की बार-बार कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

गौरतलब है कि सिखों के 10 वें गुरू की 350 वीं जयंती को मनाने के लिए इस साल जनवरी के प्रथम सप्ताह में नीतीश सरकार ने प्रकाश पर्व का आयोजन किया था। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शरीक हुए थे। गुरू गोविंद सिंह का जन्म स्थान पटना साहिब को दुनिया भर में सिखों के सबसे पवित्र स्थानों में एक माना जाता है।

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