पासपोर्ट के लिए सुषमा स्वराज ने लिया था मेडल का वादा, झलक ने फाइनल में एंट्री से सिल्वर किया पक्का
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय मुक्केबाज झलक तोमर से पासपोर्ट के लिए पदक की मांग की थी, जिसे इस खिलाड़ी ने पूरा कर दिया है। उक्रेन में आयोजित की गई वेलेरिया डेमयानोवा मेमोरियल इंटरनेशनल टूर्नामेंट में झलक ने सिल्वर पदक जीता है। 15 वर्षीय झलक ने 54 किलोग्राम मुक्केबाज प्रतियोगिता में पदक हासिल किया है। झलक के आलावा देश के लिए छह अन्य खिलाड़ियों ने भी पदक जीता है जिसमें चार गोल्ड हैं। शनिवार को उक्रेन के शहर नदविरना में रखी गई प्रतियोगिता में सभी भारतीय खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन करके दिखाया। भारतीय मुक्केबाजों का दावा है कि उन्होंने देश के लिए चार स्वर्ण, तीन सिल्वर और एक कांस्य पदक जीता है। वैसे तो सभी भारतीय खिलाड़ियों ने पदक जीता है लेकिन यह कहा जा सकता है कि सबसे बड़ी उपलब्धि झलक ने प्राप्त की है।
दरअसल उक्रेन जाने से पहले झलक को कई परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, जिनमें से सबसे बड़ी चुनौती विदेश जाने के लिए पासपोर्ट प्राप्त करना था। टूर्नामेंट में सिलेक्शन के बाद झलक का पासपोर्ट टाइम पर बनकर नहीं आ पाया था। झलक के पासपोर्ट के आवेदन की एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही झलक की फोटो की चर्चा के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दखलअंदाजी की।
सुषमा स्वराज ने जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी झलक से देश के लिए पदक जीतकर आने की बात कही। सुषमा स्वराज ने झलक की मदद की और इस मुक्केबाज ने विदेश मंत्री से किया वादा सिल्वर मेडल जीतकर पूरा किया। झलक के पदक जीतने पर सुषमा स्वराज ने उसे बधाई दी है। सुषमा स्वराज ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा “बहुत बढिया झलक, सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं, आपने भारत का नाम रोशन किया है।” इसके साथ ही सुषमा ने अपना पुराना ट्वीट भी जोड़ा जो कि 12 नवंबर का है, जब झलक टूर्नामेंट के लिए जाना चाह रही थीं और उनका पोसपोर्ट नहीं बन पा रहा था। सुषमा स्वराज ने लिखा था “झलक, मैंने दिए हुए नंबर पर बात कर ली है, आपको आपका पासपोर्ट कल सुबह मिल जाएगा और आपको देश के लिए मेडल जीतकर आना होगा।”