पंजाब : निकाय चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत
पंजाब में रविवार को हुए स्थानीय निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने भारी जीत दर्ज की है। पंजाब विधानसभा में मुख्य विपक्ष दल आम आदमी पार्टी का सफाया हो गया है। वहीं अकाली-भाजपा गठबंधन खाता खोलने में सफल रहे। विपक्षी अकाली दल-भाजपा ने सरकारी इस बीच, मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। पंजाब में रविवार को तीन नगर निगमों और 32 नगर पालिका और नगर पंचायतों के लिए मतदान हुआ। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस जीत को सरकार की पिछले नौ महीने की कार्यप्रणाली पर जनता की ओर से लगाया गया मुहर बताया है। जलंधर नगर निगम में 80 सीटों पर मतदान हुआ। इसमें से कांग्रेस ने 66, शिरोमणि अकाली दल ने चार और भारतीय जनता पार्टी ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है। दो सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। आम आदमी पार्टी (आप) जलंधर में खाता भी नहीं खोल पाई। अमृतसर नगर निगम की 85 सीटों में से कांग्रेस ने 69, भाजपा ने 12 और निर्दलियों ने चार सीटें जीती हैं। यहां भी आप का खाता नहीं खुला।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के गृह नगर पटियाला में कुल 60 सीटों पर वोट डाले गए। कांग्रेस ने इनमें से 57 सीटों पर जीत दर्ज की है। अकाली-भाजपा गठबंधन को केवल तीन सीटों पर ही जीत मिली है। पटियाला में भी आप का सफाया हो गया। राज्य में 32 नगर परिषद और नगर पंचायतों की 414 सीटों पर हुए मतदान में कांग्रेस पार्टी ने 350 से अधिक सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने 32 नगर परिषद और नगर पंचायतों में से 31 में जीत का दावा किया है। स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह चुनाव राज्य सरकार की ओर से पिछले नौ महीने में लिए गए फैसलों का एक टेस्ट था। कांग्रेस पार्टी ने इसे पास कर लिया है। जनता ने सरकार की नीतियों पर मोहर लगाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा से इनकार किया। उन्होंने कहा कि पटियाला में जो घटना हुई वह निजी रंजिश का परिणाम थी। उसका चुनाव से कोई सरोकार नहीं था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा कि सरकार शहरी विकास में धन की कमी आड़े नहीं आने देगी।