राज्यपाल का सवाल- कहां से हो जवान? जवाब आया- हिंदुस्तान से हूं श्रीमान

फिल्म चक दे इंडिया में एक सीन था। कोच और खिलाड़ियों की मुलाकात से जुड़ा हुआ। महिला हॉकी खिलाड़ी बारी-बारी से उसमें अपना परिचय देती हैं। लेकिन एक उसमें अपने राज्य के नाम के बजाय देश का नाम लेती है। देश को लेकर ऐसा ही प्यार सरहद पर डटे जवान भी करते हैं। हाल ही में एक रीट्रीट सेरेमनी के दौरान कुछ ऐसा ही वाकया देखने को मिला। पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर रविवार को भारत पाकिस्तान सीमा की सादकी चौक पर थे, जहां रीट्रीट सेरेमनी का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। राज्यपाल ने इस दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से मुलाकात की। इसी बीच उन्होंने एक जवान से पूछा, “कहां से हो जवान?” इस पर जवान ने जो जवाब दिया, उसे जान कर हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।

हुआ यूं कि राज्यपाल कतार में खड़े जवानों से मिल रहे है। वे बारी-बारी से नाम और अपने राज्य का नाम बता रहे थे। बीच में राज्यपाल को एके मीणा नाम के जवान मिले। उन्होंने उससे पूछा, “कहां से हो जवान?” मीणा ने इस पर कहा, “हिंदुस्तान से हूं श्रीमान।” उनका यह जवाब सुनकर अगल-बगल खड़े अन्य जवान और लोग सन्न रह गए। कुछ पल के लिए राज्यपाल भी वहीं ठहर गए। हालांकि, बाद में सभी ने अपने नाम संग अपने प्रदेश का नाम बताया था। राज्यपाल ने इस दौरान शहीदों को नमन किया और पूरा रीट्रीट सेरेमनी का कार्यक्रम देखा।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल बोले, “मैं बड़ा किस्मत वाला हूं, जो मुझे इस मौके पर आमंत्रित किया गया है। पूरा देश इस दौरान पाकिस्तान पर जीत का जश्न मना रहा है। मैं यहां 1971 और उससे पहले 1965 में देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीरों के आगे नतमस्तक होने के लिए आया हूं।”

सादकी चौक पर हुए कार्यक्रम में बीएसएफ जवानों का जोश देखते बन रहा था। हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारों की आवाज दूर तक जा रही थी। इसी बीच पाकिस्तान का एक रेंजर हड़बड़ी में अपनी राइफल गिरा बैठा। यह देखकर पाकिस्तानी दर्शकों का शोर थम सा गया था। जबकि, इधर हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे बुलंद हो रहे थे।

 

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