37 हत्‍याओं का आरोप लेकर मरी थी यह लेडी सीरियल किलर, बहन की भी ले ली थी जान

इतिहास में ऐसी कई सीरियल किलिंग की घटनाएं हुई हैं जिनके बारे में जानकर आज भी लोग सिहर जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। हम बात कर रहे जेन टॉपन की। यह सीरियल किलर महिला अस्पताल की आड़ में लोगों को अपना शिकार बनाती थी। जेन टॉपन अस्पाल में एक नर्स थी लेकिन इस पेशे की आड़ में यह सीरियल किलर महिला मरीजों को मौत के घाट उतारती थी। जेन टॉपन करीब 35 से ज्यादा हत्याओं की आरोपी थी।

जेन टॉपन का जन्म बोस्टन शहर में सन् 1854 को हुआ था। जब जेन छोटी थी तभी उसकी मां की मौत हो गई थी। इसके बाद पिता भी जेन टॉपन को 4 बहनों के साथ दादी के घर छोड़कर काम की तलाश में बाहर चले गए थे। दादी के गुजरने के बाद इन सभी की परवरिश एक अनाथ आश्रम में हुई थी। 26 वर्षीय जेन ने बोस्टन से मैसाचुसेट्स आई थी। यहां आने के बाद उसने बतौर नर्स कैंब्रिज अस्पताल में काम किया था और इसी अस्पातल से उसने लोगों को मारने का सिलसिला शुरू किया था।

मैसाचुसेट्स के कैंब्रिज अस्पताल में अपनी बीमारी का इलाज कराने आए मरीज जेन टॉपन का शिकार बनते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेन उन मरीजों पर कई तरह के एक्सपेरिमेंट करती थी। कुछ लोगों की मौत एक्सपेरिमेंट की वजह से हुई तो कुछ लोगों को इस सीरियल किलर महिला ने जहर देकर मार दिया। कहा जाता है कि सीरियल किलर जेन टॉपन को लोगों को मारने से खुशी मिलने लगी थी।

सिर्फ खुशी के लिए जेन टॉपन ने करीब 37 लोगों को मौत के घाट उतारा था। इनमें 31 मरीज शामिल थे तो बाकी लोग जेन के रिश्तेदार थे। यहां तक कि इस महिला ने सन् 1899 में अपनी बहन एलिजाबेथ को भी जहर देकर मार दिया था।

उसके आरोपों का असली खुलासा तब हुआ जब एक पीड़ित व्यक्ति ने उसके खिलाफ शिकायत की। हालांकि उसके खिलाफ अपराध साबित नहीं हो सका। बाद में 1938 में एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई। उस पर करीब 37 हत्याओं का इल्जाम था।

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