ईसाइयों की सर्वोच्च संस्था के अनुसार देश का हो रहा ध्रुवीकरण, घट रहा है नरेंद्र मोदी सरकार पर यकीन
मध्य प्रदेश के सतना में ईसाइयों पर हुए हमले पर चिंता जताते हुए देश के शीर्ष कैथलिक समुदाय ने कहा कि धार्मिक जुड़ाव के कारण देश का ध्रुवीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समुदाय सरकार में अपना विश्वास खो रहा है। इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कैथलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस अॉफ इंडिया (CBCI) के अध्यक्ष कार्डिनल बासेलियस क्लेमीस ने कहा कि सतना में जिस तरह पादरियों पर हमला हुआ और राज्य सरकार ने अपराधियों को ढूंढने की जगह गरीब और बेकसूरों को गिरफ्तार किया, उससे समुदाय का सरकार में विश्वास घट रहा है। उन्होंने कहा कि बड़े देशों में एेसे हादसे हो सकते हैं, लेकिन आप सरकार की ताकत और उसके स्टैंड का आकलन कैसे करेंगे? कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा ही मायने रखती है।
कार्डिनल ने कहा, ‘देश को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है, यह प्रजातांत्रिक देश के लिए सही नहीं है। मैं चाहता हूं कि देश धर्मनिरपेक्ष के धागे में एकजुट रहे। लेकिन अब धार्मिक जुड़ाव के कारण भारत का ध्रुवीकरण किया जा रहा है। हमें इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए’।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते 30 पादरियों और सेमिनेरियन्स को मध्य प्रदेश के सतना के पास स्थित एक गांव में कैरोल गाने पर हिरासत में ले लिया था। बजरंग दल ने उन पर ग्रामीणों का जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया था। राज्य के धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत एक पादरी को गिरफ्तार भी किया गया था। बुधवार को कार्डिनल की अगुआई में सीबीसीआई के प्रतिनिधि मंडल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर अपना दर्द बयां किया। साथ ही न्याय दिलाने की गुहार भी लगाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अल्फोन्स और राज्य सभा के उप सभापति पीजे कुरियन भी मौजूद थे। कार्डिनल ने कहा कि गृह मंत्री का रुख सकारात्मक था और उन्होंने जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। मुझे उम्मीद है वह अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ करेंगे।