अगर पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर आतंकवादियों को पनाह देना बंद नहीं किया तो भुगतना होगा खामियाजा:

अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर तालिबान एवं अन्य आतंकवादी संगठनों को पनाहगाह मुहैया कराने को लेकर चेताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उसने अपनी सरजमीं पर आतंकवादियों को पनाह देना बंद नहीं किया तो उसे इसका काफी खामियाजा भुगतना होगा। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस की यह टिप्पणी उनकी अघोषित अफगानिस्तान यात्रा के दौरान सामने आई है। युद्धग्रस्त देश की जमीनी हकीकत के आकलन के लिए पेंस अफगानिस्तान की यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दौरान गुरुवार को पेंस ने अफगानिस्तान के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और ट्रंप की नई दक्षिण एशिया नीति के क्रियान्वयन एवं इस संबंध में हो रही प्रगति पर उनसे चर्चा की।

बहरहाल, अगस्त में अपनी दक्षिण एशिया नीति की घोषणा करते हुए ट्रंप आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पर्याप्त कदम नहीं उठाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी। अफगानिस्तान के बगराम वायुसेना अड्डे पर अमेरिकी सैनिकों से पेंस ने कहा, ‘‘पाकिस्तान लंबे समय से तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को पनाहगाह मुहैया करा रहा है, लेकिन अब वह दिन लद गए। राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान को इसके लिए चेतावनी दी है।’’ अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा, मैं वही कह रहा हूं। अमेरिका के साथ साझेदारी से पाकिस्तान ने बहुत कुछ पाया है, जबकि अपराधियों और आतंकवादियों को लगातार पनाह मुहैया कराकर पाकिस्तान बहुत कुछ गंवा भी सकता है।’’

पेंस की टिप्पणी पर पाकिस्तान ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन के साथ पाकिस्तान की जो पहले विस्तृत बातचीत हुई थी, उसमें और पेंस के अब के बयान में काफी भिन्नता है। उन्होंने कहा कि ध्यान शांति एवं सुलह के तंत्रों के निर्माण पर केन्द्रित होना चाहिए। पेंस ने कहा, ‘‘अपने सशस्त्र बलों के प्रभाव को सीमित करने वाले प्रतिबंधों को हमने हटा दिया है, इसलिए जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा, आप लोग दुश्मन के खिलाफ पूरी तरह से अपनी सैन्य शक्ति का प्रयोग कर सकते हैं।’’

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी एवं अफगानिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ अपनी बैठक के बाद पेंस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सहभागिता के लिए हमलोग आगे की दिशा में बढ़ रहे हैं और ना सिर्फ अफगानिस्तान में शांति एवं सुरक्षा को हासिल करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहे हैं बल्कि अमेरिका के लोगों के लिए भी शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।’’

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