ममता को मात देने के लिए बीजेपी ने बनाया बड़ा प्लान, पंचायत चुनाव में ज्यादा मुस्लिमों को टिकट

शांतनु चौधरी

पश्चिम बंगाल में पैर जमाने की जुगत में जुटी भाजपा की नजर अब पंचायत चुनावों पर है। राज्‍य में सत्‍तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को चुनौती देने के लिए पार्टी नेतृत्‍व अभी से ही रणनीति तैयार करने में जुट गई है। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम वोट बैंक के महत्‍व को देखते हुए भाजपा ने ज्‍यादा मुस्लिमों को टिकट देने की योजना बनाई है। साथ ही 11 जनवरी को अल्‍पसंख्‍यक समुदाय को लेकर सम्‍मेलन आयोजित करने की भी तैयारी है। सम्‍मेलन को केंद्रीय अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष अब्‍दुल राशिद अंसारी के साथ ही पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष और वरिष्‍ठ नेता मुकुल रॉय संबोधित करेंगे।

भाजपा राज्‍य अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष अली हुसैन ने बताया क‍ि पार्टी ने पंचायत चुनावों में ज्‍यादा से ज्‍यादा मुस्लिम उम्‍मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बनाई है। उन्‍होंने कहा, ‘विपक्षी दलों के दुष्‍प्रचार के कारण अल्‍पसंख्‍यकों के बीच भाजपा को लेकर गलत धारणा बन गई है। हमलोग इस गलतफहमी को दूर करने की कोशिश करेंगे। देशभर में बड़ी तादाद में मुस्लिम हमारी पार्टी में आ रहे हैं। पश्चिम बंगाल भी कोई अपवाद नहीं है। यहां भी हमें मुस्लिमों का व्‍यापक समर्थन मिल रहा है। पंचायत चुनावों में हमारी पार्टी बड़ी संख्‍या में मुस्लिम प्रत्‍याशियों को टिकट देगी। 11 जनवरी को होने वाले सम्‍मेलन के जरिये उन्‍हें यह संदेश दिया जाएगा।’

भाजपा की नजर खासकर मुस्लिम बहुल जिले जैसे मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्‍तरी दिनाजपुर पर है। हुसैन ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में केंद्र सरकार ने अल्‍पसंख्‍यकों के लिए कई कल्‍याणकारी कदम उठाए हैं। जनवरी में होने वाले सम्‍मेलन के जरिये इस पहल को सामने रखा जाएगा और इससे होने वाले फायदों के बारे में मुस्लिमों को जागरूक भी किया जाएगा। बकौल हुसैन, पश्चिम बंगाल में मौजूदा सरकार की मौजूदगी में अल्‍पसंख्‍यकों की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। अब समय आ गया है जब वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें और इसमें भाजपा उनकी मदद करेगी।

भाजपा के एक वरिष्‍ठ नेता ने बताया कि चुनावों में सफलता हासिल करने के लिए भजापा को राज्‍य की 27 प्रतिशत मुस्लिम आबादी के समर्थन की जरूरत होगी। उन्‍होंने कहा क‍ि भाजपा पहले से ही अगले लोकसभा चुनावों में 20-22 सीटों का लक्ष्‍य तय कर चुकी है। इसकी शुरुआत ग्रामीण क्षेत्रों से की जाएगी। पार्टी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद उन राज्‍यों पर नजर गड़ाए हुए हैं जहां अगले साल चुनाव होने हैं।

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