PAK सरकार ने हाजिफ सईद की पार्टी के रजिस्ट्रेशन का किया विरोध, कहा- राजनीति में हिंसा फैलाएगी MML
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और पाकिस्तानी आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तानी सरकार ने उसकी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के पंजीकरण को लेकर विरोध जताया है। सरकार ने एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकरण न देने के लिए कहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने एमएमएल को गैरकानूनी संगठनों की शाखा बताया है। इसके साथ ही यह कहा है कि वह राजनीति में आकर हिंसा और चरमपंथ फैलाएगी। आपको बता दें कि हाफिज सईद पाकिस्तान में साल 2018 में होने वाले आम चुनाव लड़ना चाहता है। दिसंबर महीने की शुरआत में उसने इस बाबत पुष्टि की थी कि उसका संगठन जमात-उद-दावा 2018 के आम चुनाव में एमएमएल के बैनर तले चुनाव लड़ेगा। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इससे पहले एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के रुप में पंजीकृत करने से मना कर दिया था। एमएमएल ने 11 अक्तूबर को आयोग के इस फैसले को अदालत में चुनौती दी थी।
गृह मंत्रालय ने एमएमएल की याचिका पर इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में अपने लिखित जवाब में कहा है कि वह इस समूह के राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकरण का विरोध करता है, क्योंकि यह समूह प्रतिबंधित संस्थाओं की शाखा है। यहां के अखबार डॉन की खबर के अनुसार, सरकार ने अदालत से एमएमएल की याचिका पर विचार न करने और इसे खारिज करने की दरख्वास्त की है।
मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर अपनी राय तैयार की है, जिसमें अनुमान व्यक्त किया गया है कि एमएमएल के राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत होने के बाद राजनीति में हिंसा और चरमपंथ बढ़ने की आशंका है।